जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : श्रीनगर की तर्ज पर प्राचीन पौराणिक सिद्धपीठ थानेश्वर महादेव मंदिर में एक दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेला निर्विघ्न शांति पूर्वक संपन्न हो गया है। इस वर्ष 5 नि:संतान दंपतियों ने खड़ा दिया अनुष्ठान के लिए पंजीकृत करवाया था लेकिन अंतिम समय में दो दंपतियों ने किन्हीं कारणों से पंजीकृत निरस्त कर दिया, जिसमें तीन नि:संतान दंपतियों ने खड़ा दीवा अनुष्ठान किया। इस मौके पर मंदिर समिति के सचिव एवं मंदिर के पुरोहित ऋषिभलभ डुकलाण, विजय सिंह नेगी को सम्मानित किया गया। विशाल भंडारे और रात्री जागरण में जलपान व्यवस्था नरेंद्र सिंह नेगी एवं विमल रावत थनूल निवासी की ओर से की गई।
क्षेत्र का आस्था और विश्वास केंद्र कहे जाने वाला पौराणिक ऐतिहासिक बैकुंठ चतुर्दर्शी मेले का शुभारंभ मुख्यातिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती आरती नेगी के प्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सविता देवी, विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय डबराल मिंटू, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती कविता देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती अंजू देवी, उत्तराखंड क्रिकेट टीम के सदस्य हर्ष वर्धन नेगी ने शिव ध्वजा कोे मंदिर में स्थापित कर किया। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सविता देवी गढ़कोट ने कहा कि हमारे क्षेत्र का यह ऐतिहासिक बैकुंठ चतुर्दर्शी मेला हमारी क्षेत्र की धरोवर है। इसको संरक्षित रखना और इस धार्मिक मेले की आस्था बनाएं रखाना सभी पंचायत प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है। क्षेत्र पंचायत सदस्य गढ़कोट श्रीमती कविता देवी ने बताया कि मैंने स्वयं 2007 में इस मंदिर में बैकुंठ चतुर्दर्शी पर खड़ा दीवा अनुष्ठान किया, मुझे चार पुत्रियों के बाद पुत्र रत्न प्राप्त हुआ। थानेश्वर महादेव की मेरे और मेरे परिवार पर हमेशा असीम कृपा रही है। उन्होंने कहा कि वह मंदिर के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेगी। मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी ने मेला शान्ति पूर्वक संपन्न कराने में सहयोग के लिए मंदिर समिति के सदस्यों एवं क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य घंडियाल श्रीमती अंजू रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य थैर श्रीमती नीलम देवी, ग्राम पंचायत थापला प्रधान राकेश कुमार, प्रधान देवेंद्र सिंह रावत, मंदिर समिति के कार्यकारी अध्यक्ष मनमोहन सिंह रावत, नरेंद्र सिंह नेगी, विनोद रावत, प्रमोद रावत, महिला मंगल दल अध्यक्ष श्रीमती बसंती देवी, मुकेश रावत, मंगल सिंह लिंगवाल, आरपी नैथानी, सेवानिवृत प्रधानाचार्य दीनदयाल सिंह, महंत गंगा भारती महाराज आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी ने किया।