बाजपुर में चार स्टोन क्रशरों पर तीन करोड़ का जुर्माना
रुद्रपुर। राजस्व एवं खनन विभाग की संयुक्त टीम ने पुलिस के साथ सुल्तानपुर पट्टी क्षेत्र में कोसी नदी में अवैध खनन व ओवरलोडिंग के खिलाफ छापेमारी की। टीम ने चार स्टोन क्रशर पर स्टक की नापजोख में गड़बड़ी मिलने पर तीन करोड़ का जुर्माना लगाया है। वहीं अवैध खनन में लिप्त 12 वाहनों को पकड़कर सीज कर दिया गया।
कोसी नदी में अवैध खनन की लगातार शिकायतें सामने आ रही थीं। जिसका संज्ञान लेकर मंगलवार को एडीएम वित एवं राजस्व ड़ ललित नारायण मिश्र, उपनिदेशक खनन ड़ अमित गौरव के साथ रुद्रपुर, किच्छा, बाजपुर के एसडीएम व सुल्तानपुर पट्टी चौकी इंचार्ज प्रदीप कोहली की संयुक्त टीम ने कोसी नदी के मानकी घाट, शीशम घाट आदि पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 12 वाहनों को अवैध खनन व ओवरलोड में पकड़ कर सीज करने की कार्रवाई की। इसके बाद टीम ने हरिहर स्टोन क्रशर सेकंड, काशी विश्वनाथ, जोगीपुरा स्टोन क्रशर तथा कोसी मिनरल स्टोन क्रशर पर छापेमारी कर पत्रावलियों को चेक किया। खनन की नापजोख की। एसडीएम राकेश तिवारी ने बताया कि चारों क्रशर पर क्षमता से अधिक खनन पाया गया है। जिस पर इन चारों क्रशर संचालकों पर करीब तीन करोड़ का जुर्माना लगाया गया है।
निजी कारों से पहुंचे थे अधिकारीरू
एडीएम ड़ ललित नारायण मिश्र की अगुवाई में आई टीम ने अपने आने की भनक किसी को नहीं लगने दी। ये टीम निजी कारों से कोसी नदी तक पहुंची। टीम ने खनन की फील्डिंग करने वाले 10 फील्डरों के मोबाइलों को भी जब्त कर लिया। ये फील्डर अधिकारियों को आता देखकर पहले ही खनन माफियाओं को सचेत करने का काम करते हैं। जब अधिकारियों की टीम नदी में पहुंची तो वहां का नजारा देख सभी स्तब्ध रह गए। टीम को आता देख खनन माफियाओं ने अपने-अपने वाहनों को दौड़ा लिया।
खनन माफिया पर कार्रवाई की मांग
व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष एवं कोसी नदी में पट्टाधारक गुरप्रीत सिंह रिंपी ने कोतवाली में तहरीर देकर खनन माफियाओं पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाकर सुरक्षा की मांग की है। मंगलवार को जब टीम अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी तब गुरप्रीत सिंह रिंपी भी मौके पर पहुंचे थे। आरोप है कि रिंपी के साथ तीन लोगों ने मारपीट तथा गाली गलौज की। रिंपी ने आरोप लगाया कि ये लोग अवैध खनन करते हैं मंगलवार को जब टीम ने छापेमारी की तो इनके वाहन पकड़े गए, जिस पर इन लोगों ने उन पर मुखबिरी करने का आरोप लगाकर मारपीट की। पुलिस से जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया।