तीन दिवसीय सिद्धबली मेला आज से, तैयारियां पूरी
शुक्रवार को पिंडी महाभिषेक के साथ प्रारंभ होगा महोत्सव
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गढ़वाल समेत यूपी के विभिन्न क्षेत्रों की आस्था और विश्वास का केंद्र कोटद्वार के प्रसिद्ध मंदिर सिद्धबली में तीन दिवसीय वार्षिक महोत्सव शुक्रवार से शुरू होगा। ब्रह्ममुहूर्त में पांच बजे पिंडी महाभिषेक, मंदिर परिक्रमा और एकादश कुंडीय यज्ञ के साथ पूरे विधि विधान के साथ महोत्सव प्रारंभ होगा। शाम को मंदिर से नगर तक शोभायात्रा मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी।
शुक्रवार शाम निकलने वाली शोभायात्रा में विभिन्न झांकियां आकर्षण का केंद्र रहेंगी। मशहूर नासिक ढोल, राधाकृण का डांडिया रास मुख्य आकर्षण रहेंगे। इसके अलावा आकर्षक झांकियां, भगवान जगन्नाथ की भव्य झांकी समेत क्षेत्र की कई कीर्तन मंडली भी इसमें चलेंगी। मंदिर समिति अध्यक्ष डा. जेपी ध्यानी और महंत दिलीप रावत ने बताया कि मेले में उत्तराखंड और यूपी से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। कई श्रद्धालु एक दिन पहले ही कोटद्वार पहुंच चुके हैं। क्षेत्र के सबसे बड़े इस महोत्सव के लिए मंदिर को सजाने काम पूरा हो चुका है। मंदिर में कई तरह की विद्युत लड़ियां लगाई गई हैं। शाम से ही मंदिर परिसर रंग-बिरंगी बिजली की रोशनी से जगमगाने लगा है। 1 से 3 दिसंबर तक सिद्धों का डांडा सिद्धबाबा के जयघोषों में डूबा रहेगा। मंदिर समिति ने शहरवासियों से शहर को सजाने की अपील की है। महोत्सव को लेकर शहर में भी खासा उत्साह बना हुआ है।
यह होंगे कार्यक्रम
एक दिसंबर को मेले का आरंभ सिद्धबाबा के पिंडी अभिषेक से होगा। तदोपरांत मंदिर परिक्रमा व कलश यात्रा के उपरांत एकादश कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया जायेगा। अपराह्न तीन बजे से बाबा की शोभा यात्रा निकाली जायेगी। दो दिसंबर को पिंडी अभिषेक व एकादश कुंडीय यज्ञ के बाद दोपहर बारह बजे से गढ़वाली भजन संध्या में लोकगायिका हेमा करासी बाबा की महिमा का गुणगान करेंगी। तीन दिसंबर को एकादश कुंडीय यज्ञ के बाद सिद्धबाबा के जागर होंगे और इंडियन आइडल फेम हेमंत बृजवासी हिंदी भजन प्रस्तुत करेंगे।