पिंडी महाभिषेक के साथ तीन दिवसीय सिद्धबली महोत्सव का आगाज
वैदिक मंत्रों के साथ एकादश कुंडीय यज्ञ की धूनी की गई प्रज्वलित
बडी़ संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कार्यक्रम में लिया भाग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: वैदिक मंत्रोचार के बीच पिंडी और हनुमान के महाभिषेक के तीन दिवसीय श्री सिद्धबली बाबा महोत्सव का आगाज हो गया है। वैदिक मंत्रों के साथ एकादश कुंडीय ज्ञन की धूनी प्रज्वलित की गई। बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धलुओं ने बाबा सिद्धबली से अपने परिवार व देश के लिए सुख शांति की कामना की।
महोत्सव के पहले दिन पंड़ित देवी प्रसाद भट्ट के सानिध्य में वेदपाठियों ने वैदिक मंत्रोचार के बीच खोह नदी में गंगा पूजन किया। इसके बाद 11 कन्याएं गढ़वाल के पारंपरिक ढोल, दमाऊं और मशकबीन की धुन के साथ खोह नदी से जल लेकर मंदिर पहुंची। मंदिर में पिंडी पूजन और हनुमान की मूर्ति का महाभिषेक किया गया। हवन स्थल पर बाबा के पूजन के साथ कलश की स्थापना की गई। तत्पश्चात एकादश कुंडीय यज्ञ व हवन किया गया, जिसमें लैंसडौन विधायक दलीप सिंह रावत, समिति अध्यक्ष जे पी ध्यानी, उद्योगपति अनिल कंसल सहित अन्य श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इसके बाद बड़ी संख्या में मंदिर समिति के सदस्यों और श्रद्धालुओं ने ढोल, दमाऊं, मशकबीन की धुन पर बाबा के झंडे और त्रिशूल के साथ सिद्धबली बाबा के जयकारे लगाते हुए मंदिर की परिक्रमा की और बाबा के झंडे की स्थापना की। एकादश कुंडीय यज्ञ में प्रथम दिवस पर डाली गई आहूतियों के उपरांत दयाशंकर फुलारा ने सुंदर कांड का पाठ किया। इस दौरान सुमन कोटनाला, रविंद्र नेगी, राजदीप माहेश्वरी, ऋषभ भंडारी, विजय माहेश्वरी, प्रमोद रावत, विवेक अग्रवाल, अतुल डोबरियाल और संदीप चौधरी आदि थे।