रुद्रपुर। बरसात को देखते हुए प्रशासन ने सितारगंज और नानकमत्ता में बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी हैं। 15 जून से सितारगंज तहसील में आपदा नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। यहां कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम में 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी रहेगी। सितारगंज, नानकमत्ता क्षेत्र में पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के कारण बैगुल, सूखी, कैलाश, देवहा नदियों में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात बन जाते हैं। गांवों में बाढ़ आने के बाद प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट करना पड़ता है। इसको देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ कंट्रोल रूम और बाढ़ चौकियां स्थापित करने के बाद इन्हें 15 जून से सक्रिय भी कर दिया है। रजिस्ट्रार कानूनगो सितारगंज अकरम अली ने बताया कि राजीव गांधी पंचायत घर बरुआबाग झाड़ी, पंचायत भवन सिसौना, पंचायत भवन रूदपुर शक्तिफार्म में बाढ़ चौकियां बनाई गई है। सितारगंज तहसील में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यहां का मोबाइल नंबर 8392825345 भी सार्वजनिक किया है। इधर, नानकमत्ता उप तहसील क्षेत्र में दो बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। रजिस्ट्रार कानूनगो रामअवतार ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय खैराना और राजकीय जूनियर हाईस्कूल सरौंजा में बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं। यहां कर्मचारियों की तैनाती की गई है। तहसीलदार हिमांशु जोशी ने बताया कि आपदा के दौरान बाढ़ चौकियों व आश्रय स्थलों में कच्चा व पका हुआ भोजन मांग के अनुरूप मुहैया कराने के लिए क्षेत्रीय खाद्य पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया गया है। सितारगंज में सोमवार को हुई 42 एमएम बारिश सितारगंज। सितारगंज में सोमवार तड़के हुई बारिश से जहां गर्मी से राहत मिली, वहीं किसानों को भी लाभ मिला है। धान रोपाई का कार्य तेज हो गया है। सोमवार सुबह 42 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। सितारगंज, नानकमत्ता, शक्तिफार्म क्षेत्र में बहने वाली बैगुल, सूखी, कैलाश, देवहा, निहाई, कामन नदियों का जलस्तर न्यून है। रविवार की मध्य रात्रि के बाद तेज हवाएं चलीं। सोमवार तड़के बारिश हुई। बाद में मौसम साफ हो गया है। ग्रामीण अंचलों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई। दोपहर तक सभी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति सुचारू हो गई।