मृत युवती की शिनाख्त के लिए तीन टीमों का गठन
हरिद्वार। हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर बरसाती नदी पर बने पुल से नीचे प्लास्टिक के कट्टे में ठूसे मिले युवती के शव की पहचान दूसरे दिन भी नहीं हो सकी है। पुलिस द्वारा मृत युवती की पहचान को तीन टीम बनाई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शनिवार सुबह बरसाती नदी में खनन कर रहे भैंसा बुग्गी चालक इरशाद निवासी गांव शांतरशाह की नजर नदी में पड़े सफेद रंग के प्लास्टिक के कट्टे पर पड़ी थी। कट्टे में कुछ भरा होने पर जब भैंसा बुग्गी चालक नजदीक गया तब उसे इंसान के हाथ पैर नजर आए थे। चालक ने तुरंत अपने परिचित के माध्यम से शांतरशाह चौकी पुलिस को सूचना दी थी। सूचना पर सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल और थाना प्रभारी अनिल चौहान घटनास्थल पर पहुंचे थे। प्रारंभिक जांच में युवती की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। पुलिस की जांच में कट्टे के अंदर करीब 23 वर्षीय युवती का शव मिला था। युवती के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे और उसके गले पर गहरे निशान दिखाई दे रहे थे। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस का मानना है कि युवती की हत्या कर शव यहां लाकर देंका गया है। थानाध्यक्ष अनिल चौहान ने बताया कि युवती की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। मामले के खुलासे में तीन टीम बनाई गई है।