कोरनाकाल में कालाबाजारी और ओवर रेटिंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी: डीजीपी
देहरादून। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि कोरनाकाल में कालाबाजारी और ओवर रेटिंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी कालाबाजारी और ओवर रेटिंग करता पाया जाएगा उस पर एनएसए लगाने पर विचार किया जा रहा है।
पुलिस मुख्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में डीजीपी ने पुलिस की ओर से कोरोनाकाल में किए गए कार्यों के संबंध में विस्तार से बताया। साथ ही उन्होंने हर व्यक्ति के कोरोना के नियमों का पालन करने को भी कहा। कहा कि सभी मिलकर कोरोना से जंग लड़ेंगे तो निश्चित रूप से जीतेंगे।
दूसरी लहर में वसूला 373.12 लाख का जुर्माना
डीजीपी ने बताया कि कोरोना की द्वितीय लहर के दौरान उत्तराखंड पुलिस ने कोविड-19 के संक्रमण को रोकने को लेकर विभिन्न कार्रवाई की। मास्क न पहनने को लेकर 113977 चालान, सोशल डिस्टैसिंग एवं अन्य कोरोना संक्रमण के नियमों के उल्लंघन को लेकर 105763 चालान, उत्तराखंड पुलिस एक्ट की धारा 81/82 के दौरान 6352 कार्रवाई, डीएम एक्ट/एमएस एक्ट आईपीसी के अंतर्गत 268 मुकदमों में 374 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गयी। इस प्रकार कुल 226466 कार्रवाइयों में 373.12 लाख का जुर्माना वसूला गया। इस दौरान पुलिस ने कुल 449116 मास्क वितरित किये गए।
कालाबाजारी रोकने को बनाई गई टीमें
उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान कालाबाजारी रोकने के लिए उत्तराखंड पुलिस की ओर से जनपदों की 158 टीमें तथा एसटीएफ की 10 टीमें लगाई गई है। अब तक इन सभी टीमों ने 787 दविश दी। रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में जनपद हरिद्वार में एक मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें दो लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गयी, जबकि नकली रेमडेसीविर की कालाबाजारी में जनपद हरिद्वार में एक मुकदमे में एक अभियुक्त के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए चार बरामदगियां की गयी। ऑक्सीजन की कालाबाजारी के दौरान पुलिस द्वारा तीन अभियोग पंजीकृत किए गए। जिसमें 09 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 91 बरामदगियां की गयी। कोविड-19 महामारी के दौरान अन्य कालाबाजारियों में तय राशि से अधिक मूल्य पर विभिन्न मेडिकल उपकरणों को बेचने तथा अन्य दवाइयों की कालाबाजारी के दौरान राज्य में कुल 07 मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें 10 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 11 बरामदगियां की गई। इस प्रकार कोविड-19 महामारी के दौरान राज्य में कालाबाजारी को लेकर कुल 15 मुकदमे 25 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 110 बरामदगी की गई।
392 लोगों को दिया राशन व भोजन
पुलिस महानिदेशक महोदय ने बताया कि उत्तराखंड के सभी जनपदों, वाहनियों में कंट्रोलरूम स्थापित किए गए हैं। जिनके द्वारा महामारी के दौरान लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है। इस दौरान पुलिस द्वारा 392 लोगों को राशन/भोजन (पका हुआ) वितरित किया गया। 2898 लोगों को दवाइयाँ, 1579 लोगों को दूध अथवा आवश्यक सेवा, 322 लोगों को ऑक्सिजन दिलाने, 172 लोगों को अस्पतालों में बेड सुविधा प्रदान करने तथा लगभग 100 लोगो को प्लाज्मा डोनेट करने अथवा उपलब्ध कराने में सहायता प्रदान की गई। कोविड-19 महामारी के दौरान कोविड-19 से मृत 159 व्यक्तियों का दाह संस्कार पुलिस द्वारा संपादित किया गया।
महत्वपूर्ण स्थानों पर की गई तैनाती
कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के दृष्टिगत उत्तराखंड पुलिस द्वारा राज्य की सीमाओं, जनपद की सीमाओं, जनपद के अंदर के बैरियर पॉइंट्स, कर्फ्यू पॉइंट्स, आइसोलेशन, क्वारन्टीन सेंटर, कोविड अस्पताल, श्मशान घाट, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, वैक्सीनेशन सेंटर्स, मेडिकल स्टोर्स, ऑक्सीजन प्लांट एवं अन्य स्थानों में कुल 1878 स्थानों पर कुल 7866 नागरिक पुलिस, 24 कम्पनी पीएसी के अतिरिक्त एसडीआरएफ की 31 यूनिटों को तैनात किया गया किया गया है। इनके अतिरिक्त सभी 13 जनपदों के कोविड-19 कंट्रोलरूमों में 91 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इनकी ओर से अब तक 4964 कॉल अटेंड कर सभी का निस्तारण किया गया।
अब तक हुई आठ पुलिस कर्मियों की मौत
पुलिस महानिदेशक महोदय ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान उत्तराखंड पुलिस के कुल 18282 कोविड टेस्ट किये गएतथा 1981 पुलिसकर्मी संक्रमित हुए जिनमे से 08 पुलिसकर्मियों की मृत्यु हुई। कोविड-19 की द्वितीय लहर में उत्तराखंड पुलिस के लगभग 1454 संक्रमित हुए इस दौरान 7003 टेस्ट किये गए, कोविड-19 की द्वितीय लहर में 02 पुलिसकर्मियों की मृत्यु भी हुई इन पुलिस कर्मियों को स्वास्थ्य कारणों से कोरोना वैक्सीन नही लगी थी।
अब तक लग चुकी है इतनी डोज
उत्तराखंड पुलिस के 25,094 पुलिसकर्मियों में से 24,163 पुलिसकर्मियों को कोविड-19 की वैक्सीन की प्रथम डोज, जबकि 23,705 लोगों कोकोविड-19 की दूसरी डोज भी लग चुकी है।
मिशन हौसला
कोरोना की जंग में मानव सेवा हेतु उत्तराखण्ड पुलिस की ओर से किये जा रहें प्रयासों को मिशन हौसला का नाम दिया गया है। उपरोक्त नाम एसएसपी टिहरी सुश्री तृप्ति भट्ट की ओर से दिया गया है। आम जनता एवं पुलिस कर्मियों के लिए यह एक कठिन समय है हर तरफ कोविड के मरीज बढ़ रहें हैं, बेड, ऑक्सीजन और वेन्टीलेटर्स की कमी है। ऐसे में जो लोग कालाबजारी और जमाखोरी कर रहे हैं। उन पर रोक लगे जनता को दवाईयां, ऑक्सीजन, प्लाजमा, राशन इत्यादि वस्तुएं दिलाने में उत्तराखंड पुलिस की ओर से जो प्रयास किये जा रहे हैं। वे सब मिशन हौंसला का हिस्सा होंगें। समाज में बहुत से लोग एवं संस्थाएं हैं जो बढ-चढ कर व आगें आकर उपरोक्त कार्य में पुलिस मदद की करना चाहती है। उत्तराखंड पुलिस मदद करने वाले व मदद चाहने वाले के मध्य समन्वय स्थापित कर जरूरतमंदों को राहत पहुंचाऐगी।
मिशन हौसला के तहत कार्य
1- आकस्मिक परिस्थ्तियों में दवाओं की होम डिलवरी।
2- आकस्मिक परिस्थ्तियों में आक्सीजन सिलेडंर की होम डिलवरी।
3- कोरोना संक्रमण युक्त परिवार के लिए आकस्मिक परिस्थ्तियों में भोजन व राशन की होम डिलीवरी।
4- आकस्मिक परिस्थ्तियों में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को चिकित्सालाय पहुचाने में एंबुलेन्स प्रबन्ध करने में मदद।
5- प्लाजमा डोनेशन- उत्तराखण्ड पुलिस प्लाजमा देने वाले व प्लाजमा की मांग करने वाले व्यक्तियों के बीच समन्वय स्थापित करेगी।
पुलिस थाना होगा नोडर सेंटर
इस सम्पूर्ण कार्य के लिए पुलिस थाना नोडल सेन्टर के रूप में कार्य करेगा। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, बाजार में भीड-भाड, कालाबजारी, जमाखोरी इन्फोर्समेंन्ट के अतिरिक्त राहत पहुचाने में भी पुलिस थाना नोडल सेन्टर के रूप में कार्य करेगा।
जरूरतमंद को सहायता
इस कार्य के लिए उत्तराखंड पुलिस ने 112 स्टेट इमेरजेन्सी कॉल सेन्टर, प्रत्येक जनपद मुख्यालय में स्थापित कोविड कन्ट्रोल रूम तथा नोडल सेन्टर के माध्यम से कार्य करने वाले उत्तराखंड पुलिस के 160 थानों में उपरोक्त कार्य के लिए जो भी कॉल्स प्राप्त होगी जरूतरमंदों को राहत पहुंचाई जाऐगी। 112 कन्ट्रोल में व्हाट्सएप के माध्यम से भी इस नम्बर पर 9411112780 सहायता प्राप्त की जा सकती है।
सभी जनपदों के कोविड कन्ट्रोल रूम के नम्बर तथा नोडल सेन्टर के माध्यम से कार्यरत थानो के नम्बर भी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किये जा रहे है। उत्तराखंड राज्य की जनता इस हेल्प लाईन नम्बर के माध्यम से राहत व सहायता प्राप्त कर सकती है।