उत्तरकाशी। यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी के समीप बैली ब्रिज का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है। विभागीय अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि मौसम साफ रहता है तो बुधवार शाम तक ओजरी में बैली ब्रिज से आवाजाही शुरू हो सकती है। इसके चलते यमुनोत्री धाम की यात्रा पिछले दस दिनों से बाधित है। यात्रा बाधित होने से जानकीचट्टी, रानाचट्टी, स्यानचट्टी आदि पड़ावों पर भी सन्नाटा पसरा है। यमुनोत्री क्षेत्र में बीती 28 जून की रात को हुई अतिवृष्टि के कारण सिलाई बैंड और ओजरी वाले हिस्से में जगह-जगह सड़क वॉश आउट हो गई थी। मंगलवार को यमुनोत्री हाईवे ओजरी के पास से 10वें दिन भी वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खुल पाया है। हाईवे बंद होने से यमनोत्री क्षेत्र की ओर 28 जून से करीब 70 छोटे-बड़े वाहन जगह-जगह फंसे हुए हैं। इनमें स्थानीय लोगों के वाहनों के साथ-साथ तीर्थ यात्रियों के वाहन भी शामिल हैं। हालांकि, तीर्थ यात्रियों को पुलिस प्रशासन ने पैदल मार्ग से पालिगाड तक पहुंचा दिया था। वहीं, यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी के पास बैंड हाईवे को खोलने के लिए वैली ब्रिज को जोड़ने का काम युद्धस्तर पर जारी है। एनएच के अधिशासी अभियंता मनोज रावत ने बताया कि बैली ब्रिज बुधवार शाम तक वाहनों की आवाजाही लायक तैयार करने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने के कारण बैली ब्रिज के निर्माण में रुकावट आ रही है। यदि मौसम ने साथ दिया तो गुरुवार से यमुनोत्री धाम की यात्रा सुचारु हो सकेगी। कोशिश यही है कि जल्द से जल्द ओजरी में बैली ब्रिज तैयार कर आवाजाही सुचारु कर दी जाए। ब्रिज के डेस्क स्लैब का कार्य प्रगति पर है।