जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : बुधवार को संविधान दिवस पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, थलीसैंण में प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने राष्ट्र की एकता व अखंडता बनाए रखने की शपथ ली। प्रभारी प्राचार्य डॉ. छाया सिंह ने 76वें संविधान दिवस के महत्व के बारे में बताया। डॉ. जूली ने वन्दे मातरम् गीत के उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह गीत भारत माँ के प्रति एकता, देशभक्ति और सम्मान की भावना को जगाता है, जो स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रेरणा का गीत बना। कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विवेक रावत ने कहा कि वन्दे मातरम् गीत एकता, राष्ट्रवाद, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक का प्रतीक है।
विकासखंड कल्जीखाल क्षेत्र के अंतर्गत घंडियाल स्थित सरस्वती विद्या मंदिर घंडियाल विद्यालय में पीएलवी जगमोहन डांगी द्वारा छात्र-छात्राओं को संविधान दिवस पर भारतीय संविधान की शपथ दिलाई गई। उन्होंने कहा कि संविधान में आम नागरिकों को अपने मौलिक अधिकारों की जानकारी सबको होनी चाहिए। उन्होंने छात्रों को नि:शुल्क विधिक सेवाओं की जानकारी दी। इस मौके पर इन दिनों क्षेत्र में जंगली जानवरों में भालू और गुलदार की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य संदीप रावत की अध्यक्षता में प्रबंधक समिति के अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह रावत के साथ जंगली जानवरों से छात्र-छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। अभिभावकों को अपने बच्चों को विद्यालय छोड़ने और लाने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जब तक अभिभावक अपने बच्चों को लेने विद्यालय नहीं आ जाते उन्हें अकेले जाने नहीं दिया जाए, क्योंकि इन दिनों विद्यालय के नजदीक दो गुलदार सक्रिय है। क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती अंजू रावत ने कहा कि यदि वन विभाग कोई कार्यवाही नहीं करेगा तो क्षेत्रीय जनता जिलाधिकारी पौड़ी से वार्ता करने जाएगी।