मौसम पर निर्भर करेगी गोमुख-तपोवन ट्रैक की ट्रैकिंग, इंतजार में टैकर
उत्तरकाशी । गंगोत्री नेशनल पार्क के तहत पर्वतारोहण पर अभी भी संशय बना हुआ है। हालांकि पार्क प्रशासन शनिवार से पर्वतारोहण और ट्रैकिंग की अनुमति देने की बात कह रहा है। लेकिन पार्क प्रशासन यह भी कह रहा है कि मौसम की एडवाइजरी को देखते हुए ट्रैकिंग की अनुमति को वापस लिया जा सकता है।
गंगोत्री नेशनल पार्क के तहत गोमुख सहित तपोवन और केदारताल में पर्वतारोहण और ट्रैकिंग पर गत 20 अप्रैल से रोक लगी हुई है। जिसे पार्क प्रशासन शनिवार से खोलने जा रहा है। हालांकि अभी भी रोक पूरी तरह हट पाती है। यह स्थिति साफ नहीं हो पाई है। क्योंकि पार्क प्रशासन का कहना है कि अगर मौसम शनिवार को खराब होता है। तो किसी को भी गोमुख और तपोवन ट्रैक पर नहीं जाने दिया जाएगा।
पार्क प्रशासन के संशय से ट्रैकिं एजेंसियों में भारी रोष है। गढ़वाल हिमालय ट्रैकिंग व माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष जयेंद्र राणा का कहना है कि जो भी पर्वतारोही होता है। वह बर्फ के रोमांच को देखना चाहता है। लेकिन जिला और पार्क प्रशासन की हठधर्मिता के कारण गंगोत्री से पर्वतारोही दल हिमाचल प्रदेश का रुख करने लगे हैं। जापान के दो दल वापस लौट चुके हैं। राणा ने कहा कि अभी पार्क प्रशासन शनिवार को रोक हटाने की बात कर रहा है। जो कि पर्वतारोहण के लिए शुभ संकेत है। लेकिन अगर इस बीच दोबारा रोक लगाई जाती है। तो इससे ट्रैकिंग एजेंसियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक आरएन पांडेय का कहना है कि शनिवार से गोमुख सहित तपोवन ट्रैक को खोल दिया जाएगा। लेकिन अगर मौसम खराब होता है। तो यथास्थिति अनुसार पर्वतारोहण और ट्रैकिंग पर दोबारा रोक लगाई जा सकती है।