खतरा बन रही ट्रैक्टर-ट्रॉली, नींद में बैठा सिस्टम
बिना कागज व नंबर प्लेट के कोटद्वार शहर में दौड़ रही यूपी की ट्रैक्टर-ट्रॉली
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आस्था के नाम पर आमजन की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। दरअसल, प्रत्येक शनिवार व रविवार को उत्तर प्रदेश के विभिन्न गांव से सैकड़ों की संख्या में लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली में लदकर सिद्धबली दर्शन को पहुंचते हैं। इन सभी ट्रैक्टर-ट्रॉली के न ही दस्तावेज होते हैं और न ही इन पर नंबर प्लेट लगी होती है। ऐसे में शहर के बीच से गुजर रही यह ट्रैक्टर-ट्रॉली आमजन की जिंदगी पर कब भारी पड़ जाए, कहा नहीं जा सकता। पूर्व में हुई घटनाओं के बाद भी सरकारी सिस्टम मौन बैठा हुआ है।
कुछ सप्ताह पूर्व उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद के समीप एक गांव से श्रद्धालुओं को लेकर आ रहे एक ट्रैक्टर का बदरीनाथ मार्ग पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के समीप स्टेयरिंग लॉक हो गया था। ऐसे में अनियंत्रित ट्रैक्टर-ट्रॉली ने सड़क किनारे खड़े कई दोपहिया वाहनों को टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। गनीमत यह रही कि उस समय आसपास कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया। ऐसे में पिछले सप्ताह भी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने झंडाचौक के समीप एक खड़ी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी। कई बार यह ट्रैक्टर-ट्रॉली सिद्धबली के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही खराब हो जाती हैं, जिससे जाम की स्थिति बनी रही है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि यह सभी ट्रैक्टर-ट्रॉली उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में कृषि कार्य के लिए पंजीकृत किए गए हैं।
बुद्धा पार्क के समीप रोकी ट्रैक्टर-ट्रॉली
रविवार को सिद्धबली रूट पर यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को बुद्धा पार्क के समीप डिग्री कॉलेज मवाकोट रोड पर ही रोक दिया था। जिसके बाद श्रद्धालु यहां से एक किलोमीटर पैदल चलकर सिद्धबली बाबा के दर्शन को पहुंचे। इस दौरान मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस व मंदिर समिति के सदस्यों को खूब पसीना बहाना पड़ा।
शहर में भीड़ की स्थिति होने पर ट्रैक्टर-ट्रॉली को कौड़िया चेक पोस्ट पर ही रोक दिया जाता है। जल्द ही शहर में इन ट्रैक्टर-ट्राली को खड़ा करवाने के लिए स्थान भी चिन्हित किया जाएगा, जिससे शहर में किसी तरह से जाम की स्थिति न बने। …शिव कुमार, यातायात निरीक्षक, कोटद्वार