अगस्त्यमुनि में व्यापारियों ने किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
रुद्रप्रयाग। अगस्त्यमुनि बेड़ूबगड़ बाई पास निर्माण एवं अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न को लेकर अगस्त्यमुनि में व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इससे पहले गुरुवार शाम को व्यापारियों ने बैठक कर बाईपास निर्माण को लेकर काफी विचार विर्मश किया और चरणवद्घ आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया। इधर, केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने व्यापारियों के आंदोलन को देखते हुए उनसे वार्ता की।
शुक्रवार को अगस्त्यमुनि में बड़ी संख्या में व्यापारी पुराना देवल में एकत्रित हुए जहां से बाईपास निर्माण समिति के अध्यक्ष शत्रुघन सिंह नेगी, व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन बिष्ट, जिला महामंत्री मोहन रोतेला आदि के नेतृत्व में पुराना देवल से थाने तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए। वक्ताओं ने आन्दोलन को जारी रखकर लम्बी लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया। वहीं गुरुवार शाम को निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष शत्रुघन नेगी की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में वक्ताओं ने कहा कि लोनिवि एनएच द्वारा अगस्त्यमुनि में 40 से अधिक व्यापारियों को अतिक्रमण करने का आरोपी बनाकर नोटिस थमाया है। जो सरासर व्यापारियों का उत्पीड़न है। व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट ने कहा कि यदि सरकार अगस्त्यमुनि में स्वीत बाईपास का निर्माण शीघ्र कर दे तो यात्राकाल में लगने वाले जाम से मुक्ति भी मिलेगी और व्यापारियों को राहत भी मिल जायेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए लम्बा आन्दोलन चलाया जायेगा। व्यापार संघ के जिला महामंत्री मोहन रौतेला ने कहा कि अभी व्यापारी कोरोना महामारी से उबर भी नहीं पाये थे कि सरकार द्वारा अतिक्रमण के नाम पर उन्हें उजाड़ने का फरमान जारी हो गया। व्यापार संघ के प्रदेश संगठन मंत्री एवं बाई पास निर्माण समिति के अध्यक्ष शत्रुघन नेगी ने कहा कि 2018 में चारधाम परियोजना पर अगस्त्यमुनि में बाईपास निर्माण की स्वीति मिली थी। बाई पास निर्माण इसीलिए किया जा रहा था कि व्यापारियों को उजाड़ना न पड़े और यातायात व्यवस्था भी सुचारु हो सके। परन्तु सुप्रीम कोर्ट द्वारा हिल कटिंग पर रोक लगाये जाने से यह निर्माण अधूरा रह गया। जबकि इस पर 70 प्रतिशत से अधिक मुआवजा वितरण होने के साथ ही प्रारम्भिक निर्माण भी हो चुका है। पांच वर्ष गुजर जाने के बावजूद विभाग एवं सरकार इस बाईपास के लिए सुप्रीम कोर्ट में सशक्त दलील नहीं दे पाये। जबकि इस बाईपास में अधिकांश भूमि नाप खेत हैं जिनका मुआवजा बंट चुका है, तथा जो वन क्षेत्र था उसमें पेड़ कटने से लेकर आधा निर्माण भी हो चुका था। अब तो इसके निर्माण का रास्ता पूरी तरह से साफ था। बैठक का संचालन करते हुए व्यापार संघ के महामंत्री त्रिभुवन नेगी ने कहा कि व्यापारियों की यही लड़ाई एक जुटता के साथ लड़ी जाएगी। बैठक एवं जुलूस में मोहम्मद उस्मान, प्रकाश गुनसोला, अनिल कोठियाल, धनसिंह नेगी, विनीत नेगी, प्रमोद गुसाईं, हरीश गुसाईं, प्रधान संगठन के अध्यक्ष विजयपाल राणा, कुंवरलाल आर्य, भरत लाल, रोहित रावत, मनोज चौहान, सावन नेगी, विजय बंगरवाल सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।