हादसे के बाद जागी यातायात पुलिस, वाहन चालक कर गए चालाकी
ओवर लोड़िग के खिलाफ यातायात पुलिस ने चलाया अभियान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अल्मोड़ा के मरचूला बस हादसे के बाद कोटद्वार यातायात पुलिस की भी नींद खुल गई है। मंगलवार को टीम ने कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग में पहुंचकर ओवरलोड वाहनों को पकड़ना शुरू किया। लेकिन, वाहन चालक पुलिस के अभियान को ठेंगा दिखाते हुए नजर आए। अभियान स्थल से पूर्व ही इशारों-इशारों में मैक्स वाहन चालक एक-दूसरे को सचेत करते हुए नजर आए। इस दौरान कई यात्री सिद्धबली के समीप पैदल चलते हुए भी नजर आए।
पर्वतीय क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाना यातायात पुलिस की जिम्मेदारी है। यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने व ओवर लोडिंग रोकने के लिए कोटद्वार में यातायात पुलिस का गठन किया गया। बकायदा टीम को इंटरसेप्टर वाहन भी दिया गया है। जिसमें वाहनों की रफ्तार जांच सहित अन्य कई आधुनिक उपकरण लगे हुए हैं। लेकिन, यातायात पुलिस अपना इंटरसेप्टर वाहन अधिकांश समय बाजार में ही धुमाती रहती है। ऐसे में सोमवार को मारचूला के समीप बस दुर्घटना हुई तो मंगलवार से यातायात पुलिस ने भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचकर ओवर लोडिंग के खिलाफ सख्ती दिखाना शुरू कर दिया। सोमवार सुबह से ही यातायात पुलिस की टीम तिलबाढांग पुलिस चौकी के समीप खड़ी रही। शुरूआत में तो पुलिस ने कुछ ओवरलोड मैक्स वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की। लेकिन, फिर मैक्स चालकों का इशारे का सूचना तंत्र शुरू हो गया। पहाड़ चढ़ने वाले वाहनों ने पहाड़ से ओवरलोड वाहनों को सचेत कर दिया। इसके बाद मैक्स चालकों ने सिद्धबली के समीप मोड पर ही सवारी उतारी और आगे बढ़ गए। वहीं, पैदल आने वाली सवारियों के इंतजार में मैक्स वाहन चालक सिद्धबली पार्क से आगे मोड पर खड़े नजर आए। ऐसे में सवाल यातायात पुलिस के ऊपर खड़े किए जाएं या फिर चंद पैसों के लिए सवारियों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले मैक्स वाहन चालकों पर। वहीं, कुछ लोगों का यह भी कहना था कि पुलिस को अपना अभियान कोटद्वार दुगड्डा के मध्य पांचवे मिल के समीप चलाना चाहिए। जिससे मैक्स वाहन चालक सवारियों को पैदल नहीं भेज सकते।