ऋषिकेश। नरेंद्रनगर वन प्रभाग के जंगल में शनिवार को महाराष्ट्र स्थित चंद्रपुर फॉरेस्ट ट्रेनिंग एकेडमी के 30 प्रशिक्षु वन क्षेत्राधिकारियों के दल ने भ्रमण किया। उन्होंने शिवपुरी रेंज के नीरगढ़ जंगल में बरसाती पानी से वनभूमि के कटाव को रोकने की तकनीक को जाना। साहासिक पर्यटन के लिए दल ने गंगा में मुनिकीरेती क्षेत्र में राफ्टिंग भी की। उत्तर भारत भ्रमण के तहत प्रशिक्षुओं का दल शनिवार सुबह शिवपुरी रेंज कार्यालय पहुंचा। ट्रेनिंग सेंटर की एडिशनल डायरेक्टर प्रत्याशा की अगुवाई में प्रशिक्षुओं ने रेंजर विवेक जोशी के साथ वन क्षेत्र का भ्रमण किया। नीरगढ़ में जायका योजना के तहत बरसाती पानी से वनभूमि का कटाव रोकने के कार्यों को देखा। जापानी तकनीक आधारित निर्माण कार्यों की उन्हें भ्रमण में विस्तृत जानकारी भी दी गई। साहसिक पर्यटन के अनुभव के लिए प्रशिक्षुओं ने गंगा में राफ्टिंग भी की। सुबह से शाम तक भ्रमण में उन्हें वन और वन्यजीवों के साथ ही मानवीय गतिविधियों से भी अवगत कराया गया। प्रशिक्षुओं ने भ्रमण के बाद डीएफओ जीवन मोहन दगड़े से भी मुलाकात की। रेंजर ने बताया कि दल में उत्तराखंड 20, छत्तीसगढ़ के सात और मध्यप्रदेश कैडर के तीन प्रशिक्षु वन क्षेत्राधिकारी शामिल थे। बताया कि 18 महीने एकेडमी में ट्रेनिंग के बाद अब प्रशिक्षुओं का छह माह का फील्ड भ्रमण है, जिसके तहत वह उत्तर भारत के राज्यों में वन क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे हैं। साल 2025 के अंत प्रशिक्षु वन महकमे में काम संभाल लेंगे। बताया कि दल शाम को देहरादून स्थित एफआरआई लौट गया। यहां से वह अब हिमाचल प्रदेश के लिए रवाना होंगे।