यात्रा की चुनौती परिवहन प्रबंधन
इस सीजन की चार धाम यात्रा की शुरुआत आने वाले पिक समय के लिए सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करती हुई नजर आ रही है। यात्रा शुरू हुए अभी चार दिन ही हुए हैं और जिस प्रकार से यात्रियों के पंजीकरण से लेकर वाहनों के ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी देखने को मिली है उसे स्पष्ट है कि आने वाले दो महीने यातायात एवं चार धाम प्रबंधन की दिशा में काफी चुनौती पूर्ण साबित होने वाले हैं। हालांकि राज्य सरकार का दावा है कि इस बार चार धाम यात्रा के लिए परिवहन से लेकर आवास, शौचालय, स्वास्थ्य एवं खान-पान की सुविधाओं समीर सभी व्यवस्थाओं को संपूर्ण होमवर्क करने के बाद ही धरातल पर उतारा गया है। इधर चार धाम यात्रा की शुरुआत के साथ यात्रियों और वाहनों का सैलाब उमड़ पड़ा है जिसके कारण गंगोत्री धाम की ओर जाने वाले सैकड़ो वाहनों को ऋषिकेश व अन्य स्थानों पर रोक दिया गया। यह स्थिति तब है जब मात्र चार दिन चार धाम यात्रा की शुरुआत को हुए हैं और अभी भी पंजीकरण का कार्य ऑनलाइन विभिन्न काउंटरों पर चल रहा है। गंगोत्री व यमुनोत्री जाने वाले तीर्थ यात्रियों की व्यापक तौर पर संख्या बढ़ाने के कारण ऋषिकेश में ही रोक दिया गया है। स्पष्ट है कि चार धाम स्थल पर अभी भी वाहनों के पार्किंग को लेकर व्यापक प्रबंध नहीं है और ना ही परिवहन व्यवस्था इस प्रकार से सुदृढ़ बना पाई है की वाहनों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके। हाईवे पर जाम की स्थिति बनना व्यवस्था में कहीं ना कहीं परिवहन व्यवस्था की कमी को दर्शा रहा है। यात्रा की शुरुआत के साथी श्रद्धालुओं का सैलाब उन परिस्थितियों में है जब अभी ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू नहीं हुए हैं। स्कूलों में अवकाश के बाद निश्चित तौर पर चार धाम यात्रा में काफी तेजी से भीड़ उमड़ेगी। पंजीकरण के आंकड़े भी यही दर्शाते हैं कि इस बार की चार धाम यात्रा गत वर्ष के आंकड़ों को पीछे छोड़ने वाले है। अभी भी राज्य सरकार को धरातल पर कार्य करना होगा, संबंधित एजेंसी यो को पुख्ता करने की जरूरत है खास तौर से परिवहन व्यवस्था यदि पटरी पर नहीं लाई गई तो निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं के लिए चार धामयात्रा कड़वे अनुभवों का भी कारण बन सकती है। हालांकि उम्मीद यही जताई जा रही है कि चार धाम यात्रा के आगे बढ़ाने के सथ-साथ राज्य सरकार अभी सामने आ रही परेशानियों को जल्द ही दूर करेगी ताकि सभी शद्धालु सुविधा जनक दर्शन कर सकें।