ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वरूपानंद को दी श्रद्घांजलि
चमोली। ज्योतिष पीठ और द्वारिका शारदा पीठ के ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज को बदरीनाथ में श्रद्घांजलि दी गई। बदरीविशाल मंदिर सिंहद्वार पर बदरीश पण्डा पंचायत की ओर से श्रद्घांजलि सभा आयोजित की गई। मौके पर भगवद्गीता पाठ और रामनाम संकीर्तन किया गया। बदरीनाथ मंदिर के रावल ईश्वरीय प्रसाद नम्बूदरी ने स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती को श्रद्घांजलि समर्पित की। बदरीनाथ मन्दिर के धर्माधिकारी भुवनचन्द्र उनियाल ने कहा कि पूज्य शंकराचार्य हमारे गुरुदेव थे और जब भी हमें कोई शास्त्रीय समाधान की आवश्यकता पड़ती थी तो वे सदा धर्म और परम्परागत तरीके से हमें मार्गदर्शन करते थे । बदरीनाथ पण्डा पंचायत के अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड हम सब के हक को छीनने वाला सरकारी कुचक्र था हमारे उस युद्घ का नेतृत्व शंकराचार्य महाराज ने किया और हम सब विजयी हुए। व्यापार सभा के अध्यक्ष विनोद नवानी ने कहा कि शंकराचार्य हमारे धरोहर और स्वतंत्रतासंग्राम सेनानी थे। सरकार को राष्ट्रीय शोक घोषित करके शंकराचार्य को श्रद्घासुमन अर्पित करना चाहिए। डिमरी पंचायत के अध्यक्ष श्रीराम डिमरी ने पूरे समाज की ओर से आचार्य चरणों में श्रद्घासुमन अर्पित किया। वामणी गांव की ओर से बलदेव मेहता और माणा गांव से नरेन्द्र सिंह बडवाल ने अपने गांव की ओर से पुष्प अर्पण किया। श्रद्घांजलि सभा में अपर धर्माधिकारी राधाष्ण थपलियाल , नायब रावल अमरनाथ नम्बूदरी, अपर धर्माधिकारी रवीन्द्र भट्ट, टीओ मन्दिर समिति राजेन्द्र सिंह चौहान, भास्कर डिमरी संतोष पचभैया, सुनील पुरोहित, कुलदीप भट्ट, प्रदीप भट्ट, राहुल बाबुलकर शास्त्री, चन्द्र सिंह नेगी, राजेश मेहता, विपुल मेहता, विनोद बिष्ट, गिरीशचन्द्र डिमरी, भरत मेहता , अनुसूया नौटियाल, उमेशचन्द्र सती, सतीशचन्द्र डिमरी, सुबोध चौतन्य, सन्दीप डिमरी, अरविंद खंडूड़ी, सतीश पंवार, अतुल कोटियाल, विपुल डिमरी, राजेन्द्र नाथ भट्ट, प्रकाश रतूड़ी, ब्रह्मचारी भागवत दास, हरेन्द्र मुनि, धीरज तिवारी राजेश पालीवाल, शिवानन्द उनियाल, प्रवीण नौटियाल, निखिल तिवारी आदि मौजूद थे।