जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : साहित्यांचल संस्था की ओर से पूर्व अध्यक्ष जर्नादन बुड़ाकोटी व पूर्व महासचिव पुष्कर मोहन नैथानी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान सदस्यों ने दो मिनट का मौन धरण करते हुए उनकी आत्मा शांति के लिए प्रार्थना की।
गोविंद नगर स्थित चंद्रज्योति भवन में शोकसभा का आयोजन किया गया। साहित्याचंल से जुड़े सदस्यों सहित अन्य ने दिवंगत जनार्दन प्रसाद बुड़ाकोटी व पुष्कर मोहन नैथानी के चित्रों के समक्ष पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजंलि दी। वक्ताओं ने दोनों दिवंगत आत्माओं के कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा भी की। कहा कि जनार्दन बुड़ाकोटी एक उच्च कोटि के प्रखर वक्ता थे। संस्था का अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने संस्था को ऊंचाइयों पर ले जाने का भरसक प्रयास किया। पुष्कर मोहन नैथानी को भी ज्योतिष का प्रकांड विद्धान बताया। कहा कि पुष्कर नैथानी एक महान हस्ती के रूप में क्षेत्र में प्रसिद्ध हुए है, जिन्होंने अपनी मृत्यु की घोषणा पहले ही कर दी थी। दोनों दिवंगतों के अधूरे कार्यों को भी आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर डा. नंदकिशोर ढौंडियाल, चंद्रप्रकाश नैथानी, शिव प्रसाद कुकरेती, शशिभूषण अमोली, डा. वेद प्रकाश माहेश्वरी, दिनेश चंद्र ध्यानी, चित्रमणि देवलियाल, राकेश अग्रवाल, योगंबर सिंह, हेमा भारद्वाज, अमित नैथानी, हरि सिंह पुंडीर, दीपक गौड, मयंक कोठारी, डा. शक्तिशैल कपरवाण, रमाकांत कुकरेती मौजूद रहे।