चमोली : श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम परिसर में उत्तराखंड के प्रमुख समाजसेवी एंव संस्था के संस्थापक स्वामी मनमथन की 35वीं पुण्य तिथि धूमधाम से मनाई गयी। इस मौके पर पूर्व जिपंस महेश जुयाल ने कहा कि स्वामी का जन्म केरल में हुआ भम्रण पर आने के दौरान उन्होंने उत्तराखंड को अपनी कर्म भूमि बनाया तथा बलि प्रथा के विरुद्ध आंदोलन व महिलाओं को समाज में पहचान दिलाने के लिए अपना जीवन न्योझावर किया। सामाजिक कार्यों का निर्वहन करते हुये 4 अप्रैल 1990 में कुछ समाज विरोधी तत्वों के गोली का उन्हें सामना करना पड़ा जिस कारण उनकी मृत्यु हो गयी। इस मौके पर त्रिलोक नेगी, महेश जुयाल,ऊषा बिष्ट, शंकर, मदन, साविता ,विनोद बंगवाल, हेमंत आदि ने उन्हें याद करते हुये श्रद्धांजली दी। (एजेंसी)