यमुनानगर चौकी के पास ट्रिपल मर्डर : 15 पुलिसकर्मियों के निलंबन के बाद 9 जवान नौकरी से बर्खास्त, चौकी में छिपे रहे पुलिसकर्मी
यमुनानगर , हरियाणा के यमुनानगर में खेड़ी लक्खा सिंह पुलिस चौकी के पास हुए गैंगवार और ट्रिपल मर्डर के बाद पुलिस प्रशासन में हडक़ंप मचा हुआ है। इस मामले में यमुनानगर के एसपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चौकी इंचार्ज समेत 4 एएसआई, 2 एसपीओ और 2 होमगार्ड को बर्खास्त कर दिया है। एसपी का मानना है कि वारदात के दौरान पुलिसकर्मियों की लापरवाही साफ नजर आई, क्योंकि गैंगवार में 100 राउंड से ज्यादा गोलियां चलने के बावजूद चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी कार्रवाई करने के लिए बाहर नहीं आए। 26 दिसंबर की सुबह यमुनानगर के खेड़ी लाखा सिंह इलाके में पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर यह गैंगवार हुई। करीब 5-6 बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर तीन लोगों की हत्या कर दी घटना के बाद स्थानीय लोगों ने खून से लथपथ शवों और घायलों को खुद ही अस्पताल पहुंचाया।घटना के बाद पुलिसकर्मियों की निष्क्रियता पर सवाल उठे और 27 दिसंबर को एसपी ने चौकी के सभी 15 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। इसके बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर गहन जांच की गई, जिसमें चौकी प्रभारी निर्मल सिंह, 4 एएसआई, 2 एसपीओ और 2 होमगार्ड की गंभीर लापरवाही सामने आई।सख्त कार्रवाई से मची खलबली : सख्त कार्रवाई से पुलिस महकमे में खलबली एसपी ने लापरवाह कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया। इस कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। यह कदम उन पुलिसकर्मियों के लिए चेतावनी है, जो अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे हैं। जांच और गिरफ्तारी की स्थिति इस गोलीकांड में शामिल मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। हालांकि पुलिस ने अभी तक गोलीकांड करने वालों के दो साथियों और उनके ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उस होटल की सीसीटीवी फुटेज भी जब्त कर ली है, जहां आरोपी रुके थे। कुरुक्षेत्र के लाडवा कस्बे में स्थित इस होटल की फुटेज से अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
पुलिस प्रशासन की साख पर सवाल : गैंगवार और उसके बाद हुई वारदातों ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस चौकी से महज 100 मीटर की दूरी पर फायरिंग और ट्रिपल मर्डर जैसी संगीन वारदात होने के बावजूद पुलिसकर्मियों का मौके पर न पहुंचना आमजन में कानून व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ा रहा है।
यमुनानगर के एसपी द्वारा की गई कार्रवाई से साफ संदेश जाता है कि पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हालांकि इस मामले में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी अभी भी बड़ी चुनौती बनी हुई है। प्रशासन के लिए जरूरी है कि वह जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़े और न्याय सुनिश्चित करे ताकि लोगों का कानून पर विश्वास बरकरार रहे।