पुलिस सिस्टम से पुलिस कर्मी ही परेशान, मांगी इच्छा मृत्यु
कोटद्वार क्षेत्र की एक महिला पर लगाया ब्लैकमेल करने का आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: कोटद्वार कोतवाली में तैनात एक पुलिस आरक्षी चालक ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है। कहा कि एक महिला ने उसे ब्लैकमेल करते हुए कोतवाली में झूठा मुकदमा दर्ज करवाया है। मामले में पुलिस एक तरफा कर्रवाई कर रही है। जबकि, उसकी समस्या को सुनने वाला कोई नहीं है। वहीं, पुलिस कर्मी के इस कदम से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
पुलिस आरक्षी चालक सज्जन सिंह ने इस संबंध में राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। कहा कि उसकी पत्नी का वर्ष 2013 में निधन हो गया था। पत्नी की मौत के बाद उसने नौकरी करने के साथ ही अपने बेटे और बेटी की परवरिश खुद ही की। बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए उन्होंने दूसरी शादी भी नहीं की। सज्जन सिंह ने ज्ञापन में बताया कि परिचित एक महिला उनके बच्चों की देखभाल कर रही थी। महिला ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई थी। महिला ने साजिश रचते हुए उसके खिलाफ पोक्सो समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। इसमें पीड़ित उसकी खुद की बेटी को ही बना दिया। मामला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) में जाने पर उन्हें क्लीन चिट मिल गई, लेकिन आरोपी महिला ने दोबारा मुकदमा दर्ज करा दिया। सज्जन सिंह ने मामले में कोतवाली पुलिस के कुछ कर्मियों पर साजिश में शामिल होने के आरोप भी लगाए हैं। कहा कि उक्त साजिश के कारण उसका और उसके बच्चों का उत्पीड़न हो रहा है। ऐसे हालात में उसका जीवित रहना असंभव है। कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की मांग की है।
मामला संज्ञान में आया है। यह पुलिस विभाग का मामला है, हो सकता है पुलिस कर्मी को कोई गलत फहमी हुई है। मामले की विवेचना भी चल रही है। इस बारे में पुलिस कर्मी से भी बात की जाएगी.. शेखर सुयाल, अपर पुलिस अधीक्षक, कोटद्वार