झंडीचौड़ भूमि घोटाले में फरार दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: भाबर क्षेत्र के अंतर्गत झंडीचौड़ पूर्वी में हुए भूमि घोटाले के फरार दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले में तीन लोगों को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर चुकी है।
मालूम हो कि अक्टूबर माह में झंडीचौड़ पूर्वी में जीवित व्यक्ति को मृत बताकर उसकी नाम की भूमि अपने नाम करवाने का मामला प्रकाश में आया था। झंडीचौड़ पूर्वी निवासी शीला देवी ने कोतवाली में इसकी तहरीर दी। जिसमें उनका कहना था कि पुरूषोत्तम नाम का एक व्यक्ति स्वयं को उसके भाई सतीश पाल सिंह उर्फ सत्यपाल का पुत्र बताया। उक्त व्यक्ति ने उसके भाई सतीश को 1998 से लापता बताते हुए न्यायालय में एक वाद दायर किया और वर्ष 2019 में उसने न्यायालय को गुमराह करते हुए सतीश को मृत घोषित करवा दिया। इसके बाद झंडीचौड़ पूर्वी व झंडीचौड़ पश्चिमी में उनके भाई के नाम पर दर्ज जमीनों को अपने नाम पर करवा दिया। तहरीर में बताया कि उनके भाई सतीश जीवित है व 2009 से 2015 के मध्य उनके भाई ने समय-समय पर अपनी भूमि क्रय-विक्रय की। आरोपितों ने क्षेत्र के पार्षद की फर्जी मोहर बनाकर न्यायालय में चले वाद के दौरान इस मोहर का दुरूपयोग किया। साथ ही पार्षद के फर्जी हस्ताक्षर भी किए। तहरीर में कहा गया कि इस पूरे मामले में पुरूषोत्तम के साथ ही अन्य जन भी लिप्त हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के बाद बीती दस मई को पुलिस ने मामले में लिप्त पुरूषोत्तम के साथ ही झंडीचौड़ निवासी सुनील पुत्र स्व.राम सिंह और जनपद बिजनौर के अंतर्गत ग्राम अरजनीपुर-पाडला निवासी पुष्पा देवी पत्नी महेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर दिया गया।इस मामले में पुलिस ने दो फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। कोतवाली प्रभारी मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में पश्चिमी झंडीचौड़ निवासी महेंद्र पुत्र सुरेंद्र और उत्तरी झंडीचौड़ निवासी यतेंद्र पुत्र कुंदन सिंह को गिरफ्तार किया गया है।