जौनपुर मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के रामनगर में बीती रात कई बार फायरिंग करके बदमाशों ने बाइक सवार दो भाइयों की मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गये। रात में पुलिस चौकसी की पोल खुल गयी। इस घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गयी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताते हैं कि रामनगर में शनिवार की देर रात बाइक सवार दो सगे भाई मुंगराबादशाहपुर से अपने घर जा रहे थे। इसी दौरान वह रामनगर पहुंचे ही थे कि पहले से घात लगाए बदमाशों ने उन्हें लक्ष्य कर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। कई राउंड गोलियां चलीं। इस घटना में एक भाई की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे भाई की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। मझगांवा गांव निवासी 55 वर्षीय शाहजहां और उनके छोटे भाई 45 वर्षीय जहांगीर कोयला व्यापारी हैं। रात रास्ते में रामनगर गांव के पास मझिगवा मोड़ के निकट बेलवार मार्ग पर हुई। बताया जा रहा है कि पहले से ही घात लगाए बाइक बदमाश उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे। घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक पर बड़े भाई शाहजहां को बैठाकर घर जाते समय नकाबपोश एक बदमाश ने बाइक के आगे खड़ा हो गया। जब तक वे कुछ समझ पाते, पीछे से दूसरा बदमाश ताबड़तोड़ गोली चलाने लगा। मौके पर तुरंत बड़े भाई शाहजहां की मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक से बदमाश भाग निकले।जैसे ही दोनों भाइयों का शव मझगवा चंदौकी पहुंचा, तो पूरा गांव बिलख-बिलख कर रोने लगा। परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। दोनों भाइयों का एक साथ जनाजा निकला तो हर किसी की आंखें नम हो जाएंगी। घरों में चूल्हे नहीं जले और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। हर तरफ बस एक ही चर्चा है कि दो सगे भाइयों की हत्या कैसे हो गई।बड़े भाई शाहजहां गांव में रहकर खेती बारी का काम करते थे, उनके दो पुत्र आफताब और सादाब हैं, दोनों ही ठीकेदारी करते हैं। लड़की सोनी और खुशबू की शादी हो चुकी है। जहांगीर परिवार सहित मुंबई में रहते थे। 25 अक्टूबर को उनके पुत्र सुबहानी की शादी थी, कार्ड लेकर वह शुक्रवार को ही आए हुए थे।ग्रामीणों की मानें तो दोनों ही भाई बहुत ही सरल और सौम्य स्वभाव के थे। दोनों सगे भाइयों की हत्या क्यों और किस लिए की गई, यह एक अबूझ पहेली बनी हुई है। हत्यारों ने घटनास्थल वहां चुना था जहां सुनसान इलाका था।परिजनों का कहना है कि आखिर किसी से क्या दुश्मनी थी जो हंसता-खेलता परिवार तबाह कर दिया। घर के दोनों मुखिया की हत्या कर दी गई। बच्चे अनाथ हो गए और बिलख-बिलख कर पूरा परिवार रो रहा है।इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और आरोपियों की तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पीड़ित परिवार और ग्रामीणों को अभी भी न्याय की उम्मीद है। घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक पर बड़े भाई शाहजहां को बैठाकर घर जाते समय नकाबपोश एक बदमाश ने बाइक के आगे खड़ा हो गया। जब तक वे कुछ समझ पाते, पीछे से दूसरा बदमाश ताबड़तोड़ गोली चलाने लगा। मौके पर तुरंत बड़े भाई शाहजहां की मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक से बदमाश भाग निकले।जैसे ही दोनों भाइयों का शव मझगवा चंदौकी पहुंचा, तो पूरा गांव बिलख-बिलख कर रोने लगा। परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। दोनों भाइयों का एक साथ जनाजा निकला तो हर किसी की आंखें नम हो जाएंगी। घरों में चूल्हे नहीं जले और गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। हर तरफ बस एक ही चर्चा है कि दो सगे भाइयों की हत्या कैसे हो गई।बड़े भाई शाहजहां गांव में रहकर खेती बारी का काम करते थे, उनके दो पुत्र आफताब और सादाब हैं, दोनों ही ठीकेदारी करते हैं। लड़की सोनी और खुशबू की शादी हो चुकी है। जहांगीर परिवार सहित मुंबई में रहते थे। 25 अक्टूबर को उनके पुत्र सुबहानी की शादी थी, कार्ड लेकर वह शुक्रवार को ही आए हुए थे।ग्रामीणों की मानें तो दोनों ही भाई बहुत ही सरल और सौम्य स्वभाव के थे। दोनों सगे भाइयों की हत्या क्यों और किस लिए की गई, यह एक अबूझ पहेली बनी हुई है। हत्यारों ने घटनास्थल वहां चुना था जहां सुनसान इलाका था।परिजनों का कहना है कि आखिर किसी से क्या दुश्मनी थी जो हंसता-खेलता परिवार तबाह कर दिया। घर के दोनों मुखिया की हत्या कर दी गई। बच्चे अनाथ हो गए और बिलख-बिलख कर पूरा परिवार रो रहा है। इस दोहरे हत्या काण्ड होने से क्षेत्र में दहशत है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए 7 टीम में गठित की गई है जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।