उत्तराखंड

सोबन सिंह जीना विवि अल्मोड़ा में मेंस्ट्रुअल हेल्थ, हाइजीन एवं अवेयरनेस विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ शुभारंभ

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अल्मोड़ा। शिक्षा संकाय और सोच संस्था द्वारा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय में मेंस्ट्रुअल हेल्थ, हाइजीन एन्ड अवेयरनेस विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ हो गया है। दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष ज्योति शाह मिश्रा, कुलपति प्रो जगत सिंह बिष्ट, पद्मश्री बसंती देवी, पिंकशी फाउंडेशन की सह संस्थापक शालिनी गुप्ता द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। सेमिनार के उद्घाटन सत्र में सेमिनार की संयोजिका प्रो भीमा मनराल ने कार्यक्रम में मौजूद सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम में संरक्षक और कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने सोच संस्था और शिक्षा संकाय द्वारा मासिक धर्म स्वास्थ्य, स्वच्छता और जागरूकता विषय पर किए जा रहे सेमिनार से समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन आने की बात कही। उन्होंने अपने जीवन की घटनाओं को सभी मध्य साझा किया। उन्होंने उत्तराखंड के अलग अलग क्षेत्रों में फैली मान्यताओं और कुरीतियों पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति शाह मिश्रा ने सोच संस्था द्वारा मासिक धर्म विषय पर सेमिनार आयोजित कराने को लेकर संस्था के सभी सदस्यों का अभिनंदन किया। उन्होंने सोच संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा की भविष्य में महिला आयोग सोच संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों में उनके साथ खड़ा रहेगा और उत्तराखंड में महिला उत्थान को लेकर हम सभी मिलकर कार्य करेंगे। उन्होंने पलायन को लेकर भी बात की और युवाओं को अपने क्षेत्र में रखकर ही कार्य को लेकर प्रेरित किया। बीज वक्ता के रूप में पिंकशी फाउंडेशन की सह संस्थापक और राष्ट्रीय सचिव शालिनी गुप्ता ने कहा महिलाओं को आज के समय में बेहतर मेंस्ट्रुअ प्रोडक्ट्स को स्वीकार करना चाहिए। विश्विष्ट अतिथि पद्मश्री बसंती देवी ने पर्यावरण बचाने को लेकर सभी छात्र छात्राओं से बातचीत की। जल, जंगल, जमीन के मुद्दों से सभी छात्र छात्राओं को अवगत कराया। उन्होंने पलायन को लेकर बात की और युवाओं से अपने प्रदेश में रहकर ही कार्य करने को प्रेरित किया। द्वितीय (तकनीकी) सत्र में महिला विशेषज्ञ डा़ तृप्ता सयाना ने मासिक धर्म से जुड़े वैज्ञानिक पहलुओं पर बात की और सभी पहलुओं से छात्र छात्राओं को अवगत करवाया। और छात्राओं के प्रश्नों के जवाब भी उनको दिए। तृतीय सत्र में सुनीता भास्कर ने अपने अनुभवों को छात्रों के साथ साझा किया। उन्होंने विभिन्न संस्थानों के साथ के अपने अनुभवों और सामाजिक कार्यों का वर्णन किया। उन्होंने सोच संस्था द्वारा मासिक धर्म विषय पर किए जा रहे कार्यों की भी सराहना की। कार्यक्रम का संचालन ड़ नीलम द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सोच संस्था की ओर से आशीष पंत, राहुल जोशी, हिमांशी, जितेंद्र, कल्पना, प्रियंका, दीपिका, दीपाली, अभिषेक नेगी तथा प्रो़ सुशील कुमार जोशी, प्रो़ डी़ एस़ बिष्ट, प्रो़ भास्कर चौधरी, प्रो़ ममता असवाल, प्रो़ अरविंद अधिकारी, ड़ संगीता, ड़ पारुल सक्सेना, ड़ पूरन जोशी, ड़ योगेश मैनाली, ड़ रविंद्र नाथ पाठक, ड़ देवेंद्र एवं शिक्षा संकाय के छात्र छात्राएं और शोधार्थी आदि मौजूद रहे।

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