दो दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात, लाखों खर्च के बाद भी अंधेरे में हैं वार्ड
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न वार्डों में लगाई गई स्ट्रीट लाइटें खराब
शिकायत के बाद भी खराब स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत नहीं कर रहा निगम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दो दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात, कुछ यही हाल है नगर निगम की ओर से लाखों खर्च करने के बाद चालीस वार्डों में लगाई गई स्ट्रीट लाइटों की। दरसल, नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न वार्डों में लगाई गई अधिकांश लाइटें खराब पड़ी हुई हैं। नतीजा, शाम ढलते ही वार्डों में अंधेरा छा जाता है। वार्डवासियों की शिकायत के बाद भी नगर निगम लाइट मरम्मत कार्य में तेजी नहीं ला रहा। जबकि, पार्षद भी पूर्व में कई बार बोर्ड बैठक में समस्या को उठा चुके हैं।
वर्ष 2019-20 में करीब 48 लाख रुपये की लागत से निगम क्षेत्र के चालीस वार्डों में दो हजार से अधिक लाइट लगवाई गई थी। कुछ दिन तो लाइट से वार्डों में खूब उजाला रहा। लेकिन, धीरे-धीरे स्ट्रीट लाइट जवाब देने लगी। अब अधिकांश वार्डों में स्ट्रीट लाइट केवल शोपीस बनकर रह गई है। जौनपुर निवासी शांति देवी, कविता देवी ने बताया कि उनके वार्ड में पिछले दो माह से लाइट खराब पड़ी हुई है। शिकायत के बाद भी नगर निगम लाइट मरम्मत की सुध नहीं ले रहा। ऐसे में रात के अंधेरे में आवाजाही करने वाले लोगों को खतरा बना रहता है। पार्षद ने बताया कि स्ट्रीट लाइन खराब होने का मुद्दा बोर्ड बैठक में भी उठाया गया है। निगम अधिकारियों ने जल्द ही लाइट मरम्मत करने का आश्वासन दिया है।
जंगली जानवरों का बना है खतरा
स्ट्रीट लाइट खराब होने से सबसे अधिक परेशानी वन क्षेत्र के आसपास रहने वाली आबादी को उठानी पड़ रही है। अंधेरे में जंगली जानवर कब सड़क पर धमक जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। जबकि, कुंभीचौड़, लालपुर, झंडीचौड़ के लोग लगातार खराब लाइटों की मरम्मत की मांग उठा रहे हैं।
नगर निगम क्षेत्र में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत करवाई जा रही है। नगर निगम की ओर से एक हजार अतिरिक्त लाइट मंगवाई गई है। जल्द ही स्थानों को चिन्हित कर लाइट लगवाई जाएगी। …वैभव गुप्ता, नगर आयुक्त, कोटद्वार