असम में अतिक्रमण हटाने के दौरान बड़ा बवाल, दो की मौत, 10 जख्मी
मंगलदाई गुवाहाटी, एजेंसी । असम में अतिक्रमण हटाने को लेकर एकबार फिर बड़ा बवाल हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक असम के दरांग जिले के ढोलपुर में गुरुवार को पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें कम से कम दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है जबकि कम से कम 10 लोग घायल हुए हैं। घायलों में ज्घ्यादातर पुलिसकर्मी बताए जाते हैं। घायलों में कई की हालत बेहद नाजुक बताई जाती है। बताया जाता है कि घटना के दौरान कई पुलिसकर्मी फायरिंग करते नजर आए। रिपोर्ट के मुताबिक बड़ी संख्घ्या में लोग असम के दरांग जिला प्रशासन की ओर से बेदखल किए गए 800 परिवारों के पुनर्वास की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। अचानक प्रदर्शनकारियों और पुलिस बल के बीच झड़प शुरू हो गई। बाद में बल की ओर से की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई जबकि कम से कम दस अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। बेदखल किए गए परिवारों ने सिपझार में विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि बेदखली को रोका जाए और उन्हें एक व्यापक पुनर्वास पैकेज प्रदान किया जाए। दरांग के पुलिस अधीक्षक सुशांत बिस्वा सरमा ने कहा कि परेशानी तब शुरू हुई जब धारदार हथियारों से लैस प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और आम लोगों पर हमला बोल दिया। बकौल सुशांत बिस्वा सरमा पुलिस के जवानों ने आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। दोनों पक्षों में हुई झड़प में कम से कम 10 लोग घायल हो गए। घायलों में अधिकांश पुलिसकर्मी हैं।सुशांत बिस्वा सरमा ने बताया कि जख्घ्मी लोगों का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने सहायक उप निरीक्षक मोनीरुद्दीन की हालत बेहद नाजुक बताई है। उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कालेज अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। मृतकों की पहचान सद्दाम हुसैन और शेख फरीद के रूप में हुई है। पुलिस ने कड़ी मशक्घ्कत के बाद में स्थिति पर काबू पाया और भीड़ तितर-बितर किया।
पुलिस से झड़प के बाद इलाके में तनाव है। इसके बावजूद धौलपुर-प् और धौलपुर-प्प्प् गांवों में बेदखली का काम जारी है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी में कहा कि प्रशासन की ओर से बेदखली की कार्रवाई पर कोई रोक नहीं लगेगी। पुलिस को अवैध अतिक्रमणकारियों से जमीन को खाली कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिसकर्मी काम पूरा होने तक तैनात रहेंगे। अंधेरा होने पर अतिक्रमण हटाने का काम बंद हो जाएगा और शुक्रवार को फिर से शुरू होगा। वहीं अधिकारियों ने बताया कि दारांग जिला प्रशासन ने सोमवार से 602़04 हेक्टेयर जमीन खाली कराई है। इसमें 800 परिवारों को बेदखल किया गया है। यही नहीं चार अवैध रूप से निर्मित धार्मिक संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया गया है।