बदरीनाथ हाईवे: पुल की शटरिंग के नीचे दबकर जिंदा दफन हुए दो मजदूर, सरिया काटकर निकाले शव
रुद्रप्रयाग । ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा के समीप निर्माणाधीन मोटर पुल की शटरिंग गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि आठ मजदूर घायल हो गए। कटर मशीन से सरिया काटकर मृतकों के शवों को निकाला गया। घायलों को जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां गंभीर रूप से घायल दो मजदूरों को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। डीएम ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की बात कही।
बुधवार सुबह नौ बजेाषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा में बन रहे मोटर पुल पर मजदूर शटरिंग बांध रहे थे। इसी दौरान एकाएक भारी भरकम शटरिंग का पूरा हिस्सा मजदूरों के ऊपर आ गया।
इस दौरान शटरिंग के नीचे दबकर दो लोगों की मौत हो गई जबकि आठ लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव का कार्य शुरू किया।
कटर मशीन से सरिया काटकर शटरिंग के अंदर दबे मजदूरों के शवों को बाहर निकाला गया। इसके बाद घायलों को जिला चिकित्सालय भेजा गया। हादसे में गंभीर रूप से घायल दो मजदूरों को श्रीनगर रेफर कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने भी घटनास्थल का जायजा लिया।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि निर्माणाधीन पुल की शटरिंग गिरने की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। कार्यदायी संस्था एवं कार्य करा रही एजेंसी के अधिकारियों एवं कार्मिकों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, बन रहे स्टील गार्ड पुल की बुनियाद के लिए बनाए गए भारी भरकम सरिया के जाले को सहारा देने के लिए एक से दो इंच तक के पाइपों का सहारा दिया गया था। जब सरिया का जाला क्षतिग्रस्त हुआ तो आसपास के पाइप भी मुड़ गए। ऐसे में पता चलता है कि कार्यदायी संस्था मजदूरों की सुरक्षा के प्रति कितनी गंभीर है।
पुल के बुनियाद पर 25 एमएम की चार परतों में सरिया बांधी गई थी जिसका वजन 90 टन बताया जा रहा है। हालांकि विभागीय अधिकारी बारिश के कारण जाल के नीचे भूधंसाव होने की बात कर रहे हैं। ईई बलराम मिश्रा का कहना है कि जाला बांधने का कार्य अपने अंतिम चरण में था। एक सप्ताह में पुल के जाले की कंक्रिटिंग होनी थी। रात को हुई भारी बारिश से मिट्टी गीली हुई होगी और उसमें कहीं धंसाव हो गया होगा।