अनंतनाग में गैर कश्मीरी दो नागरिकों को गोली मारी, हालत गंभीर, कुलगाम में हुए धमाके तीन प्रसासी श्रमिक घायल
जम्मू, एजेंसी। सुरक्षा बलों के कड़े प्रहार से हताश आतंकी निर्दोष प्रवासी श्रमिकों को निशाना बनाने की हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। वीरवार की शाम को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में दो प्रवासी नागरिकों को आतंकियों ने गोली मारकर घायल कर दिया है। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के तुरंत बाद से पुलिस और सुरक्षा बलों ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान टेड़ दिया है। हालांकि अभी हमलावरों का कुछ पता नहीं चला है। एक अन्य हादसे में कुलगाम में निर्माणाधीन अस्पताल की इमारत में हुए संदिग्ध विस्फोट में तीन प्रवासी श्रमिक घायल हो गए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वीरवार शाम को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के वनिहामा डायलगाम इलाके में आतंकियों ने एक निजी स्कूल में बतौर चपरासी काम करने वाले समेत दो लोगों को गोली मार दी। इनमें से एक बिहार का रहने वाला बताया जा रहा है, जबकि दूसरा नेपाल का है। पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के जवानों ने आसपास के इलाकों को सुरक्षा घेरे में लेकर सघन तलाशी अभियान टेड़ दिया है। आशंका है कि अभी आतंकी वहीं कहीं छिपे होंगे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वीरवार शाम को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के वनिहामा डायलगाम इलाके में स्थित एक निजी स्कूल में दो से तीन संदिग्ध लोग घुस आए और वहां काम करने वाले स्कूल के चपरासी समेत दो लोगों को गोली मार दी। इनमें से एक बिहार का रहने वाला बताया जा रहा है, जबकि दूसरा नेपाल का है। आतंकियों ने टारगेट कर इन्हीं दोनों को गोली मारी और फरार हो गए। पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के जवानों ने आसपास के इलाकों को सुरक्षा घेरे में लेकर सघन तलाशी अभियान टेड़ दिया है। आशंका है कि अभी आतंकी वहीं कहीं छिपे होंगे।
इस हमले को लेकर अभी किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी तो नहीं ली है, लेकिन आशंका है कि यह करतूत लश्कर-ए-तैयबा के छद्म संगठन टीआरएफ के आतंकियों की होगी। दरअसल, कश्मीर में सुरक्षा बलों के सख्त शिकंजे से आतंकी संगठन बौखलाए हुए हैं। वे बड़ी वारदात को अंजाम देने में बार-बार विफल हो रहे हैं। इसलिए प्रवासियों को निशाना बनाकर घाटी का माहौल खराब करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। आतंकी सुरक्षा बलों से अब सामना नहीं करना चाहते हैं। क्योंकि आतंक संगठनों में कैडर का अभाव हो गया है। हथियार की कमी से भी आतंकी संगठन जूझ रहे हैं।
इससे पूर्व दक्षिण कश्मीर के ही शोपियां में 17 अक्टूबर की रात को किराये के कमरे में सो रहे दो श्रमिकों पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला कर उन्हें मौत की नींद सुला दी थी। वे उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले थे। उनका नाम मनीष कुमार और रामसागर था। ये दोनों अगली ही सुबह 18 अक्टूबर को सेब के ट्रक के साथ दीपावली मनाने के लिए घर जाने की तैयारी में थे। लेकिन सेब के बागान में काम करने वाले इन निर्दोष श्रमिकों को आतंकियों ने निशाना बनाया था।
दक्षिण कश्मीर के कोयमू कुलगाम में निर्माणाधीन उप जिला अस्पताल की इमारत में एक जोरदार धमाका हुआ। इस धमाके में तीन गैर कश्मीरी श्रमिक घायल हो गए हैं। तीनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। धमाका कैसे हुआ, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सकता है। फिलहाल, पुलिस इस धमाके में आतंकियों का हाथ होने की पुष्टि नहीं की है। इस मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।