उत्तरकाशी पहुंचे पीएमओ से दो अधिकारी घिल्डियाल और भास्कर खुल्बे
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी टलन हादसे में छह दिन से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी लोगों को बाहर नहीं निकाला जा सका है। चिंता की बात है कि पिछले 150 घंटे से अधिक समय तक सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने के प्लान फेल हो गए हैं। प्रधानमंत्री अफिस-पीएमओ के दो अधिकारी उत्तरकाशी पहुंचे हैं। पीएमओ की ओर से मंगेश घिल्डियाल और भास्कर खुल्बे ने उत्तरकाशी पहुंच रेस्क्यू अपरेशन का जायजा लिया। बचाव व राहत कार्यों में जुटे रेस्क्यू अभियान दल को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया गया है।
सीएम धामी ने उत्तरकाशी रेस्क्यू अभियान पर ली बैठक रू मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ सिल्क्यारा (उत्तरकाशी) में टनल में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान रेस्क्यू अपरेशन में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए हर आवश्यक कदम उठाये जाने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भी लगातार बचाव अभियान का अपडेट लिया जा रहा है, ग्राउंड जीरो पर कार्य कर रहीं एजेंसियों को प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। टनल में फंसे सभी श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के परिजनों के लिए रहने, खाने एवं स्वास्थ्य संबंधी सुविधा राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने गढ़वाल कमिश्नर को निर्देश दिए कि श्रमिकों के परिजनों के लिए चिन्यालीसौड़ और उसके आस-पास के क्षेत्र में रहने, खाने और स्वास्थ्य संबंधी सभी व्यवस्थाएं की जाय। श्रमिकों के परिजनों से लगातार समन्वय बनाकर राहत एवं बचाव कार्यों का अपडेट देने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं।
इंदौर से मशीन पहुंची उत्तरकाशीरू उत्तरकाशी सिलक्यारा में टनल में फंसे श्रमिकों को जल्द सुरक्षित बाहर निकालने के लिए इंदौर से एक और अगर मशीन उत्तरकाशी पहुंच गई है। मशीन शुक्रवार शाम को देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गई थी। एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खलको के अनुसार इंदौर से मशीन को एयर लिफ्ट कर लाया गया। अगर मशीन को इंदौर से एयर लिफ्ट कराते हुए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर लाने के बाद सड़क मार्ग से मशीन को सिलक्यारा पहुंचाया गया। इस मशीन के आने से रेस्क्यू अभियान में और तेजी लाई जा सकेगी।