टू-व्हीलर इंटरसेप्टर होगा अब यातायात पर नियंतत्रण
देहरादून । प्रदेश के चार जिलों में तेज रफ्तार व नशे में वाहन चलाने वालों पर पुलिस और कड़ी नजर रखने जा रही है। इस कड़ी में पुलिस विभाग टू-व्हीलर इंटरसेप्टर चलाएगा। इसके लिए मोटर साइकिल खरीदी जा रही हैं। इस मोटर साइकिल को विशेष तरीके से बनाया जा रहा है। इनकी शुरुआत चार मैदानी जिलों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर व नैनीताल से की जा रही है।
प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं और यातायात नियमों के उल्लंघन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बीते वर्ष प्रदेश में 1405 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं। इनमें 820 व्यक्तियों की मृत्यु हुई थी। इस वर्ष के शुरुआती चार माह यानी अप्रैल तक 517 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमें 318 व्यक्तियों की मौत हुई।
इसे देखते हुए सरकार व शासन ने पुलिस व परिवहन विभाग को सड़क सुरक्षा और यातायात के नियमों का अनुपालन कराने को उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में पुलिस ने टू-व्हीलर इंटरसेप्टर बनाने का प्रस्ताव राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति के समक्ष रखा था।
मुख्य सचिव डा एसएस संधु की अध्यक्षता में कुछ समय पूर्व हुई बैठक में सड़क सुरक्षा कोष से पुलिस को उपकरण व वाहनों के लिए साढ़े सात करोड़ रुपये देने का निर्णय लिया गया। इस धनराशि में ही टू-व्हीलर इंटरसेप्टर की लागत भी शामिल है।
क्घ्या है टू-व्हीलर इंटरसेप्टर
पुलिस ने इस टू-व्हीलर के लिए जो माडल तैयार किया है उसके अनुसार पुलिस मोटर साइकिल खरीद कर इन्हें फिर टू-व्हीलर इंटरसेप्टर के रूप में ढालेगी। इस मोटरसाइकिल के अग्र भाग पर हाई स्पीड डिटेक्शन कैमरा लगाया जाएगा। उपकरण रखने के लिए मोटरसाइकिल के पीटे एक बाक्स लगाया जाएगा। इसमें पुलिस लाइट भी होगी। मोटरसाइकिल की सीट के बाएं तरफ एक और बाक्स लगाया जाएगा, जिसमें प्रिंटर व अन्य उपकरण रखे जाएंगे।
तैयार किए जा रहे आठ इंटरसेप्टर
निदेशक यातायात मुख्तार मोहसिन ने बताया कि शुरुआत में आठ इंटरसेप्टर तैयार किए जा रहे हैं। हर जिले में शुरू में दो-दो इंटरसेप्टर दिए जाएंगे। यह प्रयोग सफल होने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी और अन्य जिलों में भी इन्हें तैनात किया जाएगा।