यूट्यूब व सोशल मीडिया पर खूब धूम मचा रहा पारम्परिक लोकगीत झुमका
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड की लोकप्रिय व प्रसिद्ध नृत्य शैली झुमैला पर आधारित पारम्परिक लोकगीत झुमका का वीडियो गीत इन दिनों यूट्यूब व सोशल मीडिया पर खूब धूम मचा रहा है। दस दिन में ही इस गीत को एक लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। गीत को रुद्रप्रयाग निवासी लोकगायक अजय नौटियाल व गायिका पूनम सती द्वारा गाया गया है। गायक अजय नौटियाल के साथ गीतकार कमल जोशी ने इस लोकगीत को पुनर्रचित कर और भी परिष्कृत व रुचिकर बनाने का प्रयास किया है। निर्माता दौलत राणा व एस.डी.ई. प्रोडक्शन के बैनर तले बने इस गीत का निर्देशकन अंकुश सकलानी फिल्मांकन एवं सम्पादन रज्जी गोसाईं ने किया है। फौजी जवान तारा सिंह व अभिनेत्री शालिनी सुंदरियाल ने अभिनय किया है। झुमका गीत का फिल्मांकन जखोली ब्लाक की ग्राम सभा उरोली एवं पालाकुराली में किया गया है। फिल्मांकन का रुचिकर पहलू यह कि इसमें गाव के बच्चों द्वारा ही समूह नृत्य किया गया है जिसे, पूरे प्रदेश के संस्कृति प्रेमियों द्वारा काफी सहारा जा रहा है। गायक अजय ने बताया कि यह गीत उत्तराखण्डी संसकृति को गौरवपूर्ण रूप से दर्शाता है। इसमें नायक नायिका के बीच बेहद दिलचस्प संवाद हैं कि नायिका झुमैला खेलना (पारंपरिक सामूहिक नृत्य करना) तो चाहती है, किंतु उनके जेठ भी झुमैला देख रहे हैं तो वो नृत्य में प्रतिभाग नहीं कर सकती। आज भी उत्तराखंड के गांवों में पति के बड़े भाई यानी जेठ से बहुओं का पर्दा करने की परंपरा है जिसे गढ़वाली में छौं भांचना कहते हैं, यह संयुक्त परिवारों के ताने बाने को बनाए रखने के लिए परिवार के बड़ों को छोटों द्वारा सम्मान देने का एक बेहतरीन तरीका था लेकिन अब जैसे संयुक्त परिवारों की संख्यां कम होती जा रही है ये परम्पराएं भी दम तोड़ रही हैं, नयी पीढ़ी को अपनी इन्ही परम्पराओं से परिचय करवाते इस गीत को यूट्यूब और सोशल मिडिया पर जमकर देखा व सराहा जा रहा है जिससे इस गीत से जुड़े सभी लोग व कलाकार खासे उत्साहित हैं।