उद्योगों को आर्थिक मंदी से उबारने हेतु और अधिक कारगर कदम उठाने की मांग
रुडकी। रुड़की स्मॉल स्केल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की बैठक में पदाधिकारियों ने कोरोना संक्रमण काल में उद्योग को आर्थिक मंदी की मार से उबारने की मांग की। कहा कि इस संकट के दौर में विभागों से पूरी मदद नहीं मिल पा रही है। उद्योग जगत को आर्थिक मंदी से उबारने के लिए सरकार से और अधिक कारगर कदम उठाने की मांग की। रामनगर स्थित स्मॉल स्केल इंडस्ट्रियल एरिया में करीब सौ फैक्ट्री हैं। उद्यमियों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद अनलॉक में भी हालात बहुत नहीं सुधरे। सोमवार को एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बैठक कर उद्योगों के सामने आ रही समस्याओं पर चर्चा की। एसोसिएशन के सचिव अजय भारद्वाज ने बताया कि लॉकडाउन की अवधि में बिजली पर लगने वाले सर चार्ज को माफ करने का वादा किया गया था। बताया कि ऊर्जा निगम से लॉकडाउन की अवधि में उपभोग की गई बिजली के अतिरिक्त बिजली बिल पर लगने वाले सरचार्ज में छूट देने की मांग की थी। अधिकारियों ने अगले बिल में छूट देने की बात कहकर लॉकडाउन की अवधि में इसे जमा करने की बात कही। सभी फैक्ट्री संचालकों ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों के आश्वासन के बाद मार्च-अप्रैल का बिल सरचार्ज के साथ जमा कर दिया। लेकिन उसके बाद ऊर्जा निगम द्वारा किसी प्रकार की कोई छूट नहीं दी गई। एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद मुस्तकीम ने कहा कि रॉ मैटेरियल की कमी ने भी उनके उद्योगों की कमर तोड़ दी है। बैठक में मौजूद पदाधिकरियों ने उद्योगों को आर्थिक संकट से उबारने के लिए सरकार से और अधिक प्रयास करने मांग भी की है। बैठक में सचिव अजय भारद्वाज, पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद मुस्तकीम, अजय शर्मा और मुकुल गर्ग आदि मौजूद रहे।