मांगों को लेकर 24 को देहरादून कूच करेंगा उक्रांद
महारैली को सफल बनाने के लिए आयोजित की गई बैठक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : प्रदेश के बेहतर हित को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने 24 अक्टूबर को देहरादून में महारैली करने का निर्णय लिया है। कहा कि इस दौरान मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया जाएगा। रैली को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं व पदाधिकिारियों की टीमें गठित की गई है।
आयोजित बैठक में उक्रांद नेता शक्तिशैल कपरवाण ने कहा कि दल का सबसे बड़ा दायित्व है कि पहाड़ और उत्तराखंड की जनता को राष्ट्रीय पार्टी की सरकारों के अन्याय व गुलामी से मुक्त करना है। डॉ. कपरवाण ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की सरकारों ने भू-कानून लागू न करके व जल जंगल जमीन संबंधी अधिकार उत्तराखंड के मूल निवासियों से छीन करके दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के माफियाओं के हवाले कर दिया है। उन्होंने कहा कि इन सरकारों के मंत्रियों और अधिकारियों का भू-माफिया और अपराधियों से घनिष्ठ संबंध है। इसी का फायदा उठाकर इन्होंने उत्तराखंड की पवित्र देवभूमि को माफिया के हाथों सौदा कर दिया है। कहा कि मूल निवास 1950 को लागू न करके सरकार ने उत्तराखंड वासियों के सरकारी नौकरियां, शिक्षण -प्रशिक्षण के अधिकारों पर उत्तराखंड से बाहर के गैर मूल निवासियों निवासियों को कब्जा दे दिया है। साथ कि उत्तराखंड के लाखों बेरोजगारों व छात्राओं का हक छीना है। उत्तराखंड वासियों की संस्कृति, पहचान, भाषा और परंपरा को नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड , उत्तर प्रदेश और केंद्र में भाजपा सरकार होते हुए भी उत्तराखंड की संपत्ति पर उत्तर प्रदेश का अधिकार बरकरार है। जानबूझकर स्थाई राजधानी का निर्माण नहीं हो रहा है। डॉ. शक्तिशैल कपरवाण ने सरकार पर आरोप लगाया कि पहाड़ों से लोगों को सरकारी षड्यंत्र के अंतर्गत पलायन करने के लिए मजबूर किया गया है और पहाड़ों में जंगल राज योजना बनाने की साजशि की जा रही है। उत्तराखंड क्रांति दल ने जनता की पीड़ा को दूर करने के लिए उत्तराखंड राज्य बनाया था। लेकिन, उत्तराखंड राज्य का सारा आर्थिक लाभ भ्रष्टाचार करके राजनेताओं और अधिकारियों ने हड़प लिया है। डॉ. कपरवाण ने कहा कि इसलिए उत्तराखंड क्रांति दल जनता पर हो रहे अन्याय व पीड़ा को दूर करने हेतु सरकार पर दबाव डालने के लिए 24 अक्टूबर को महा रैली का आयोजन देहरादून में कर रहा है, जिसमें समस्त सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक संस्थाओं को सहयोग के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। बार एसोसिएशन, व्यापारिक संगठन, छात्र संगठन, महिला संगठन, पूर्व सैनिक संगठन, किसान संगठन, कर्मचारी और शिक्षक संगठन सभी को इस रैली को सफल बनाने हेतु आमंत्रित किया जा रहा है। डॉ. कपरवाण ने कहा कि हमें विश्वास है कि महारैली पूर्ण सफल होगी, सरकार झुकेगी और जनता को न्याय देगी। इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय उपाध्यक्ष जगदीपक सिंह रावत, महानगर अध्यक्ष पुष्कर सिंह रावत, केन्द्रीय महामंत्री सत्य प्रकाश भारद्वाज, केंद्रीय संगठन मंत्री हरीश द्विवेदी, बौद्धिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रवेश नवानी, महानगर कोषाध्यक्ष भारत मोहन काला, युवा अध्यक्ष सतपाल नेगी, ओमप्रकाश घनसेला, अनुसूया प्रसाद सेमवाल आदि उपस्थित थे।