उक्रांद ने किया नागरिक र्संहता का विरोध

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : प्रदेश सरकार की ओर से लागू की गई नागरिक संहिता का उत्ताखंड क्रांति दल ने विरोध किया है। कहा कि नागरिक संहिता के माध्यम से सरकार सहवासी संबंध (लिविंग इन रिलेशन) को कानूनी मान्यता दे रही है, जो गलत है। भाजपा सरकार अपराध और भ्रष्टाचार को संरक्षण देने के साथ-साथ अब व्याभिचार को कानून बनाकर संरक्षण दे रही है।
सोमवार को आयोजित बैठक में दल के वरिष्ठ नेता डा. शक्तिशैल कपरवाण ने कहा कि लिविंग इन रिलेशन के खिलाफ उत्तराखंड में पहले भी राष्ट्रपति, उत्तराखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था। लेकिन, सरकार ने देवभूमि उत्तराखंड में व्यभिचार को फैलाने वाला कानून को जबरन लागू कर दिया है। सरकार स्वर्ग भूमि को नर्क बनाने में तुली हुई है। कहा कि समान नागरिक संहिता के भाग तीन, सहवासी संबंध वाले अध्याय को तुरंत हटाया जाए। हरीश द्विवेदी ने कहा कि लिविंग इन रिलेशन को कानूनी मान्यता देने से उत्तराखंड के बेटी-बेटों व सभ्य घरों को गलत रास्ते पर डालने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके पर सत्य प्रकाश भारद्वाज, महेंद्र सिंह रावत, प्रवेश चंद्र नवानी, जगदीपक रावत, हरीश ध्यानी, पुष्कर सिंह रावत, भारत मोहन काला, सत्यपाल सिंह नेगी, ओमप्रकाश घनसेला, जनार्दन ध्यानी, उमेद सिंह भंडारी आदि मौजूद रहे।

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