जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : यूसीसी में शामिल लिव-इन रिलेशन कानून को समाप्त करने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल ने आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। कहा कि प्रदेश की संस्कृति व सभ्यता को बचाने के लिए लिव-इन रिलेशन कानून को समाप्त करने के साथ ही एक वर्ष की अवधि तक उत्तराखंड में रहने वाले बाहरी व्यक्तियों को समान नागरिकता अधिकार देने का कानून वापस लिया जाना चाहिए।
शिब्बूनगर स्थित दल के कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। वरिष्ठ नेता डा. शक्ति शैल कपरवाण ने कहा कि लिव-इन रिलेशन कानून सनातन धर्म और उत्तराखंड की संस्कृति को समाप्त करने वाला कानून है। कहा कि उक्रांद इस कानून को समाप्त करने के लिए ज्योतिष मठ के शंकराचार्य, अखाड़ा परिषद हरिद्वार और संत समाज से भी अपील करेंगे। उन्होंने आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद से भी आग्रह किया लिव इन रिलेशन कानून हिंदू धर्म की मर्यादा को नष्ट करने वाला है। इसलिए संगठनों को भी इसका विरोध करना चाहिए। इस मौके पर संगठन मंत्री उमेद सिंह भंडारी, पुष्कर सिंह रावत, सत्य प्रकाश भारद्वाज, सत्यपाल सिंह नेगी, हरीश द्विवेदी, हरीश ध्यानी, सुरेश पटवाल आदि मौजूद रहे।