रुद्रपुर। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्रियों की टीम ने कुमाऊं भ्रमण कर संगठन के विस्तार की संभावनाएं तलाशी। संगठन ने विभिन्न क्षेत्रों में 100 प्रकोष्ठों के गठन का निर्णय लिया है। उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री कर्नल (से नि) सुनील कोटनाला के नेतृत्व में पार्टी की टीम काशीपुर पहुंची। शनिवार की सुबह कविनगर में जिलाध्यक्ष जगदीश बौड़ाई के आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए केंद्रीय महामंत्री कोटनाला ने कहा कि संगठन को ऊर्जा देने और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए पूरे राज्य से संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। पार्टी ने 40 हजार नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत वह संगठन के केंद्रीय महामंत्री एडवोकेट समीर मुंडेपी व मीनाक्षी घीँडियाल, केंद्रीय संगठन मंत्री नैना लखेड़ा के साथ कुमाऊं भ्रमण पर हैं। कहा कि राष्ट्रीय दलों ने पहाड़ की अस्मिता के साथ खिलवाड़ किया है। पलायन किसी भी तरह के बैरिकेटिंग से नहीं रोका जा सकता, बल्कि इसके लिए पहाड़ में रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, जनसंचार आदि की सुविधाओं की जरूरत है। राज्य में भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी, महिला असुरक्षा, नशा और लचर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते लोगों का विश्वास राष्ट्रीय दलों से खत्म हो चला है। कोई नीति न होने के कारण उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर मक्खियों की तरह गिर रहे हैं। उक्रांद जनहित के मुद्दों को लेकर मुखर है। ऐसे में उक्रांद भाजपा और कांग्रेस के लिए बढ़ा खतरा है। उक्रांद ने लोगों को कानूनी मदद देने के लिए अपनी विधिक टीम का गठन कर दिया है। जल्द ही विभिन्न क्षेत्रों के जागरूक लोगों से संपर्क कर सौ प्रकोष्ठों का गठन किया जाएगा। यहां पहाड़पन की संस्थापक कुसुमलता बौड़ाई, समाजसेवी शंभू लखेड़ा व सतेंद्र शक्ति आदि रहे।