गढ़वाल मण्डल आयुक्त की अध्यक्षता में समीपवर्ती जनपदों के अधिकारियों से साथ बैठक में कांवड़ मेले को लेकर अधिकारियों ने बनायी रणनीति
हरिद्वार। गढ़वाल मण्डल आयुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को डामकोठी में कांवड़ मेले के सफल आयोजन हेतु सीमावर्ती जनपदों के जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने प्रस्तुतीकरण देते हुये 14 जुलाई से 27 जुलाई तक चलने वाले कांवड़ मेले के सम्बन्ध में विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि दो वर्ष बाद हो रहे कांवड़ मेले में चार करोड़ के लगभग कांवड़ियों के आने का अनुमान है। जिसमें अधिकांश युवा कांवड़िएं शामिल होंगे। इसे देखते हुए कांवड़ मेले की सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। जिला अधिकारी ने समीपवर्ती जनपदों के डीएम एवं एसएसपी के साथ वर्ष 2019 में संपन्न हुए कांवड़ मेले के संबंध में जानकारी साझा करते हुए किस राज्य से कितनी संख्या में श्रद्घालु कांवड़ मेले में आते हैं, के संबंध में भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि कांवड़ की अधिक से अधिक ऊंचाई सात फीट होनी चाहिये, ताकि कांवड़ यात्रा में व्यवधान उत्पन्न न हो। बैठक में सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों के साथ बार्डर पर किस तरह की रणनीति अपनाई जाये कि कांवड़ यात्रा का सकुशल संचालन काफी अच्टे ढंग से हो सके, के सम्बन्ध में विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। जिसमें सीमावर्ती जनपदों से आये हुये अधिकारियों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुये कांवड़ यात्रा के सफल संचालन के लिये अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये। गढ़वाल मण्डल आयुक्त सुशील कुमार ने सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों से कहा कि जो भी कांवड़ यात्री हरिद्वार की ओर प्रस्थान करेंगे, तो उनकी एक सूची जरूर तैयार कर ली जाये तथा उसकी जानकारी सभी को आपस में दी जाये। जिससे आकस्मिकता के समय काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती है। इसलिये इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आस्था के साथ-साथ अन्य पहलुओं का भी पूरा ध्यान रखा जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि दुकानों में कोई भी ऐसी चीज की बिक्री नहीं होनी चाहिये, जिसे हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, ऐसी वस्तुओं की बिक्री पर पूरी तरह से रोक होनी चाहिये। जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा़योगेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि जो भी कांवड़िये यात्रा पर निकलें तो वे अपने साथ कोई न कोई पहचान पत्र अवश्य लेकर चलें तथा रोड साइड की जितनी भी दुकानें हैं, वे अपनी ओरिजनल आईडी जरूर रखें। जिलाधिकारी हरिद्वार ने बैठक में कावंड़ यात्रा के दौरान प्रयोग किये जाने वाले जुगाड़ वाहनों का जिक्र करते हुये कहा कि इनसे यात्रा के दौरान काफी व्यवधान पैदा होता है। इस पर गढ़वाल मण्डलायुक्त ने कहा कि इस पर रोक होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि जुगाड़ वाहनों का प्रयोग न किया जाये, के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। बैठक में सीमावर्ती जनपदों से लेकर हरिद्वार तक किस तरह का ट्रैफिक प्लान होगा, के सम्बन्ध में भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। बैठक में प्रतिभाग करने आये सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों ने आगामी कांवड़ के दौरान हर स्तर पर अपना पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। सांसद डा़रमेश पोखरियाल निशंक ने भी बैठक में प्रतिभाग किया तथा कांवड़ यात्रा की सफलता के लिये शुभकामनायें दीं। गढ़वाल मण्डल आयुक्त सुशील कुमार का डामकोठी परिसर पहुंचने पर पुष्पगुच्छ, गंगाजलि भेंटकर स्वागत व अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर डीआईजी के़एस.नगन्याल, देहरादून के जिलाधिकारी डा़राजेश कुमार, डीएम मुजफ्फरनगर चन्द्र भूषण सिंह, डीएम पौड़ी विजय कुमार, सीडीओ बिजनोर पूर्ण बोरा, एसएसपी मुजफ्फरनगर विनीत जायसवाल, एसएसपी पौड़ी यशवन्त सिंह, एसएसपी टिहरी नवनीत सिंह, एडीएम वीर सिंह बुदियाल, एडीएम प्रशासन पीएल शाह, एडीएम टिरी रामजी शरण शर्मा, एडीएम मुजफ्फरनगर नरेन्द्र बहादुर सिंह, एडीएम (राजस्व) मुजफ्फरनगर राज सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट ए़के़ सिंह, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एसडीएम नरेंद्र नगर डी़एस़नेगी एसपी सिटी बिजनौर डा़प्रवीन रंजन सिंह, एसपी सिटी सहारनपुर राजेश कुमार, एसपी ट्रैफिक देहरादून अक्षय कौण्डे, हिमांशु कुमार एसपी (क्राइम) हरिद्वार, कुलदीप सिंह एसपी ट्रैफिक मुजफ्फरनगर, प्रमेन्द्र डोभाल एसपी देहात हरिद्वार, स्वतंत्र कुमार सिंह एसपी सिटी हरिद्वार, वैभव सैनी सीओ पौड़ी, सुश्री निहारिका सेमवाल सीओ आपरेशन हरिद्वार, सुरेश तोमर अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।