उत्तराखंड

राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत डीएम अध्यक्षता में हुआ जिला स्तर पर समन्वय समिति का पुर्नगठन, छापामार दल एवं प्राधित निगरानी समिति का गठन

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चमोली। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तर पर समन्वय समिति का पुर्नगठन, छापामार दल एवं प्राधित निगरानी समिति का गठन किया गया है। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी सदस्य सचिव तथा जिला अभियोजन अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी, जिला उद्योग एवं श्रम अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, नामित स्वयं सेवी संस्था के प्रतिनिधि सदस्य है।
अपर जिलाधिकारी डा़अभिषेक त्रिपाठी ने समन्वय समिति की बैठक में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के बेहतर संचालन हेतु अंतर्विभागीय समन्वय बढ़ाते हुए सभी विभागों को जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही जिले में कोटपा एक्ट-2003 के प्राविधानों को कडाई से लागू कर निरतंर चालान की कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि सार्वजनिक स्थानों, कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थाओं के 100 गज के दायरे में तंबाकू एवं तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध हेतु सख्ती से कार्रवाई की जाए। साथ ही तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत ब्लाक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर भी समिति गठित करने के निर्देश दिए। कहा कि सामुदायिक भागीदारी से ही तंबाकू मुक्त जनपद का सपना साकार होगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0राजीव शर्मा ने बताया कि तंबाकू के प्रयोग से र्केसर, हृदय रोग, मधुमेह, टीबी, जैसे गैर संचारी रोग होने की संभावना अधिक होती है। सार्वजनिक स्थानों पर धुम्रपान की वजह से आसपास के लोग भी इससे प्रभावित होते हैं। इसलिए सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम के तहत सार्वजनिक स्थानों में धुम्रपान प्रतिबंधित है।
इस दौरान सीओ पुलिस नताशा सिंह, सीएमएस डा0अलिन्द पोखरियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला, हिमांद समिति के सचिव उमा शंकर बिष्ट सहित समन्वय समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

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