उत्तराखंड

केंद्रीय नेताओं पर भेल प्रबंधन के साथ सांठ गांठ का आरोप

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हरिद्वार। मांगों को लेकर सोमवार को भेल हरिद्वार की हीप और सीएफएफपी की तीन यूनियनों के पदाधिकारियों ने महाप्रबंधक मानव संसाधन भेल हरिद्वार नीरज दवे के माध्यम से निदेशक मानव संसाधन भेल अनिल कपूर को ज्ञापन भेजा। मौसम के अलर्ट के कारण यूनियन ने सोमवार को भेल हीप मेन गेट पर अपने धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को स्थगित कर दिया।
ज्ञापन देने के बाद यूनियन कार्यालय में आयोजित बैठक में हैवी इलैक्ट्रिकल्स वर्कर्स ट्रेड यूनियन के महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि भेल प्रबंधन और केंद्रीय नेताओं की आपसी सांठगांठ से कोरोना की आड़ में मजदूरों को मिलने वाला बोनस, पीपी का भुगतान पिछले दो साल से नहीं दिया गया है। मजदूरों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं नाइट एलाउंस, र्केटीन व व्हीकल सब्सिडी आदि की या तो कटौती कर दी है या तो बंद कर दिया है। जबकि अधिकारियों को मिलने वाली मोबाइल खरीदने की सुविधा व इसका बिल, फर्नीचर, कर्टसी आदि में किसी भी प्रकार की कोई भी कटौती नहीं की गई है। विकास ने कहा कि 9 अक्तूबर 2020 को कोरोना महामारी में जबकि कंपनी मंदी के दौर में थी, तब करोड़ों रुपयों का पीआरपी बांट दिया गया, लेकिन प्रबंधन ने अभी तक वित्तीय वर्ष 2019-2020 एवं 2020-2021 का पीपी एवं बोनस को लेकर अभी तक संयुक्त समिति की बैठक नहीं बुलाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय नेता भेल प्रबंधन से निजी लाभ लेकर मजदूरों को मिलने वाली सुविधाओं में कटौती करा रहे है। इसका पूरजोर विरोध करने का निर्णय लिया गया।

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