विलुप्त हो रही सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजने के लिए काम कर रहा विवि : नौटियाल
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के लोक कला संस्कृति विभाग की ओर से 21 दिवसीय मांगल गायन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कार्यशाल में कहा कि विवि स्तर से गढ़वाल की विलुप्त हो रही सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजने एवं उनके संरक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है। कहा इसके लिए विवि में लोक कला संस्कृति विभाग बनाया गया है। जिससे यहां की संस्कृति का संरक्षण एवं संवद्र्धन हो सके।
कार्यशाला समन्वयक डा.संजय पांडेय ने कहा कि प्रशिक्षित मांगल गायन टीमों को जगह-जगह शुभ कार्यों में भेजा जाएगा। जिससे यह परंपरा आगे बढ़ सके। प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं संस्कृति कर्मी प्रो. डीआर पुरोहित और इंजीनियर महेश डोभाल ने कहा कि विवि की ओर से लगातार इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रो. पुरोहित ने कहा विभाग द्वारा जल्द ही मांगल गीतों की पुस्तक भी प्रकाशित की जाएगी। डा. लता तिवारी ने कार्यशाला में प्रतिभाग कर रही 45 महिलाओं को मांगल गायन का प्रशिक्षण दिया। इस मौके पर प्रो. दीपक कुमार, जनैंद्र सिंह, अरविंद टम्टा, विवेक कुमार, विकेश बाजपेई, रोहित भार्गव, गौरव, हेमंत आदि मौजूद रहे।