ऋण आवेदनों पर न लगाई जाए अनावश्यक आपत्ति : सीडीओ
सीडीओ ने ली जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक
जयन्त प्रतिनिधि।
रूद्रप्रयाग : मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति (डीएलआरसी) की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने सभी बैंकों को निर्देशित करते हुए कहा कि ऋण हेतु बैंकों को प्राप्त हो रहे आवेदनों पर अनावश्यक आपत्ति न लगाई जाए। इसके साथ ही लंबित चल रहे आवेदनों का आगामी 15 दिनों में निस्तारण करना सुनिश्चित करें।
विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने सभी बैंकों की समीक्षा की। उन्होंने बैंक प्रबंधकों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सरकार द्वारा संचलित विभिन्न योजनाओं में दिए जाने वाले ऋण को लेकर बैंक कोताही न बरतें। युवाओं द्वारा ऋण हेतु किए जा रहे आवेदन पत्रों पर अनावश्यक आपत्ति न लगाते हुए उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने हेतु ऋण उपलब्ध कराएं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने सरकारी योजनाओं की अद्यतन प्रगति की समीक्षा करते हुए बैंकों को आगामी 15 दिनों में सभी लंबित ऋण प्रकरणों का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना सहित मुख्यमंत्री नैनो योजना, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन योजना, होम स्टे योजना, पीएमईजीपी, एनआरएलएम, एनयूएलएम, पीएमएसवीए निधि, कृषि केसीसी, प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय आदि योजनाओं की गहनता से समीक्षा की। इसके अलावा ऋण जमा अनुपात को लेकर भी बैंक प्रबंधकों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में अनुपस्थित बैंक प्रतिनिधियों का स्पष्टीकरण करने के निर्देश दिए। साथ ही आगामी बैठक में सभी प्रकरणों का निस्तारण करने तथा पूर्ण जानकारी के साथ उपस्थित होेने के भी निर्देश दिए। बैठक में अग्रणी बैंक प्रबंधक चतर सिंह, डीडीएम नाबार्ड श्रेयांश जोशी, आरबीआई से धीरज अरोड़ा, परियोजना निदेशक विमल कुमार, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र महेश प्रकाश, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आशीष रावत, निदेशक आरसेटी केएस रावत खंड विकास अधिकारी प्रवीण भट्ट सहित विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।