बेमौसमी बारिश ने तोड़ी काश्तकारों की कमर, खेतों में बर्बाद हुई फसल
पिछले चार दिनों से हो रही बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हो रही काश्तकारों की फसल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : खेतों में लहलहाती गेहूं की फसल और बौर से लकदक आम के पेड़ों को प्रकृति की ही नजर लग गई। बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि ने जहां खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया, वहीं ओलावृष्टि से आम, काफल, बुरांस को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
शुक्रवार शाम शुरू हुई बारिश का दौर सोमवार को भी चलता रहा। बारिश से पारे में भी गिरावट देखने को मिली। कई व्यक्तियों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का भी सहारा लिया। वहीं, बारिश ने क्षेत्र के काश्तकारों की कमर तोड़कर रख दी है। बारिश के कारण कोटद्वार के साथ ही पूरे क्षेत्र में गेहूं के साथ ही दलहन की फसल पर काफी प्रभाव पड़ा है। कृषि अधिकारी अरविंद भट्ट ने बताया कि बारिश व ओलावृष्टि से कई स्थानों पर गेहूं की फसल खराब हो गई है। साथ ही सोयाबीन, मसूर सहित अन्य दलहन व प्याज की फसल पर भी बारिश का प्रभाव पड़ा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही विभाग नुकसान का आंकलन करेगा। इधर, उद्यान विशेषज्ञ प्रभाकर सिंह ने बताया कि बारिश व ओलावृष्टि का सीधा असर आम, लीची, बुरांस, काफल पर पड़ा है। बताया कि बारिश व ओलावृष्टि से आम व लीची की बौर झड़ गई है। साथ ही काफल व बुरांश भी बारिश के कारण खराब हो गया है।