यूपी-उत्तराखंड सीमा विवाद मामला: सीमांकन को हुई पैमाइश, संतुष्ट नहीं हुए उत्तराखंड के अफसर
बिजनौर। यूपी के ग्राम हिम्मतपुर बेला और उत्तराखंड के ग्राम बादशाहपुर में शनिवार को सीमांकन के लिए हुई पैमाइश पर लक्सर (उत्तराखंड) के अफसर सहमत नहीं हुए और वापस लौट गए। बिजनौर की तहसील सदर (उत्तर प्रदेश) के अफसरों का मानना है कि सिहदे और 1990 में संपन्न हुई चकबंदी के मानचित्र के आधार पर की गई तो सिर्फ 200 मीटर जमीन पर किसी भी स्टेट का हक नहीं पाया गया।
पिछले 23 साल से यूपी के ग्राम हिम्मतपुर बेला और उत्तराखंड के गांव बादशाहपुर में सीमा विवाद चल रहा है। पिछले तीन में कई बार इन दोनों में गांवों के बीच चल रहे सीमा विवाद के निबटारे को लेकर लक्सर और बिजनौर की सदर तहसील की टीमें पैमाइश को मौके पर गई, लेकिन आम सहमति नहीं बनी। इस दौरान किसी व्यक्ति ने उत्तराखंड हाईकोर्ट में इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए याचिका दायर कर दी। याचिका में कहा गया था कि बाण गंगा की भूमि पर माफिया ने कब्जा कर रखा है। याचिका में उक्त भूमि को कब्जा मुक्त कराए जाने की मांग की गई थी।
उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश पर एसडीएम सदर मोहित कुमार और एसडीएम लक्सर गोपाल बिनवाल के नेतृत्व में दोनों तहसीलों की टीमें गठित कर दी गई। दोनों एसडीएम के नेतृत्व में गठित टीमें शनिवार को पुलिस के साथ मौके पर पहुंची। पहले सिहदे और बाद में 1990 में बादशाहपुर में चकबंदी के नक्शे के आधार दोनों गांवों के सीमा निर्धारण के लिए पैमाइश की गई, किंतु इस पैमाइश से एसडीएम लक्सर संतुष्ट नहीं हुए और वापस लौट गए। इससे पहले जनवरी 2023 में इन दोनों के सीमा निर्धारण को पैमाइश की गई थी, लेकिन इस दौरान लोग हथियार लेकर आ गए थे। इस कारण पैमाइश का काम पूरा नहीं हो पाया था।
ग्राम हिम्मतपुर बेला और उत्तराखंड के गांव बादशाहपुर में सीमा विवाद के निबटारे को लेकर वर्ष 2019 में हुई पैमाइश के दौरान दोनों गांवों के ग्रामीणों में विवाद हो गया था। इस विवाद में गोली चली, लेकिन गोली किसी को नहीं लगी थी। यहीं वजह थी, कि इस बार शनिवार को ग्राम हिम्मतपुर बेला में पैमाइश के दौरान सीओ सिटी एके सिंह समेत कई थानों की पुलिस मौके पर रही।
ग्राम हिम्मतपुर बेला और बादशाहपुर के सीमा विवाद के निबटारे को लेकर सिहदे और 1990 में ग्राम बादशाहपुर में हुई चकबंदी के आधार पर पैमाइश कर दी है। मौके पर सिर्फ दो सौ मीटर भूूमि किसी भी गांव के राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं है। रिपोर्ट डीएम कार्यालय को भेजी जाएगी।
– मोहित कुमार, एसडीएम सदर बिजनौर
ग्राम हिम्मतपुर बेला और बादशाहपुर के सीमा विवाद के निबटारे को लेकर हुई पैमाइश से संतुष्ट नहीं है। पुनरू पैमाइश के लिए बिजनौर प्रशासन से वार्ता करेंगे।
– गोपालराम बिनवाल, एसडीएम लक्सर (उत्तराखंड)