देहरादून। पालिका बोर्ड बैठक में सभासदों ने कई प्रस्तावों पर जमकर हंगामा किया। बैठक में अधिकतर प्रस्ताव पास किए गये। बैठक शुरू होने से पहले ही सभासदों ने पालिका के कर्मचारियों को आवास उपलब्ध कराने का मामला उठाया व उसके बाद बैठक शुरू करने को कहा। इसे लेकर हंगामा हो गया। नगर पालिका परिषद की बैठक में पालिका सभासद जसबीर कौर व गीता कुमाई ने नगर पालिका परिसर में बने तीन आवासों में उन कर्मचारियों को देने की बात कही, जिस पर अध्यक्ष मीरा सकलानी ने कहा कि पांच कर्मचारी है लेकिन आवास तीन है, ऐसे में किस को दिया जाय लेकिन शीघ्र ही पालिका सभी पांचों कर्मचारियों को आवास उपलब्ध करा देगी।
इसके बाद बैठक शुरू हुई। बैठक में सभासदों ने पालिका के कबाड़ को बिना बोर्ड बैठक में लाये नीलाम करने, विद्युत उपकरणों में खरीद, पालिका संपत्ति पर दुकान व आवास के किराये दारों का किराया जमा कराने का मुद्दा उठाया। वेंडर जोन बनाये जाने, लंढौर रोड व सिविल रोड पार्किग कम दर पर देने, सेंटमेरी अस्पताल पीपीपी मोड पर देने, आदि विषयों पर चर्चा की गई। वहीं अंडर 15 में नगर पालिका टाउन हाल का प्रस्ताव लाया गया, जिसमें कहा गया कि पालिका व एमडीडीए आय का पचास पचास प्रतिशत रखेगी। संचालन नगर पालिका करेगी। वहीं नालों पर कब्जे का मामला भी उठाया गया। सभासद गीता कुमाई ने कहा कि पालिका परिषद सभासदों को गुमराह कर रही है, पालिका के तीन कर्मचारियों को आवास देने थे लेकिन उनको आवास नहीं दे रहे जबकि दो कर्मचारी रिटायर हो गये हैं। उनकी पीड़ा है तो उनके लिए भी आवास का प्रस्ताव लाये, टाउन हाल का प्रस्ताव यूआर 15 में लाया गया जबकि पहले यूआर 15 को इसलिए बंद किया गया था कि इसका दुरूपयोग हो रहा था, सभासदों की राय लेकर टाउन हाल लेना चाहिए। पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने कहा कि बोर्ड में कई प्रस्ताव लाये गये जिसमें बोर्ड सभासदों ने विरोध नहीं किया बल्कि सुधार के लिए कहा है जिसमें आगे इन पर ध्यान दिया जायेगा। वहीं टाउन हाल के प्रस्ताव पर सहमति बनी है, व छोटे कार्यक्रम जनता के लिए दिए जाएंगे। उसके लिए आपस में बैठकर नियमें व शर्तें बनायी जायेंगी। कोशिश रहेगी कि कम से कम शर्ते रहें व जनता को विशेष छूट दी जाय। पिछली बैठक में वार्ता की गई थी सड़कें बरसात में खराब हो गयी है, सभी कें टेंडर हो गये हैं लेकिन बरसात के कारण रोके गये हैं ताकि पिछली बोर्ड की तरह कार्य करने पर सभी बह गया था। पालिका संपत्ति के किरायेदारों को एक अगस्त तक का किराया जमा करवाया जायेगा व उसके बाद उसका सर्वे होगा व उसके बाद किराया, तय होगा। उन्होंने कहा कि कई सपत्तियां सबलेट हो रखी है व किराया बहुत कम है जिनकी लीज समाप्त हो चुकी है। उससे पालिका को रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है, जिनकी लीज समाप्त हो गई है उन्हें ही देंगे लेकिन मानकों के आधार पर देंगे। उन्होंने कहा कि मसूरी में पथ प्रकाश के लिए सभी वार्डों के साथ बैठक कर तय की जायेगी कि जहां जरूरत हो उसे पूरा किया जायेगा। कहा कि जो जायज है उन्हें ही पटरी पर बिठाया जायेगा व वेंडर जोन दिया जायेगा। इस मौके पर पालिका अधिशासी अधिकारी तनवीर सिंह मारवाह, रजनीश डोबरियाल, कर अधीक्षक विनय प्रताप सिंह, अनिरूद्ध सिंह, कार्यालय अधीक्षक सीपी बडोनी, सभासद गौरी थपलियाल, शिवानी भारती, बबीता मल्ल, विशाल खरोला, नीतू सिंह, रूचिता गुप्ता, अमित भटट, गीता कुमाई, पवन थलवाल, सचिन गुहेर, रणवीर कंडारी, पंकज खत्री, जसबीर कौर सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
बोर्ड बैठक छह माह बाद हुई: सभासद जसबीर कौर ने कहा कि बोर्ड बैठक छह माह बाद हुई है, जिसमें प्रस्ताव आये लेकिन कई निविदाएं पहले ही हो चुकी है व अब बोर्ड में लाया जा रहा है हर माह बोर्ड बैठक की जानी चाहिए, भंडारण का प्रस्ताव में भी कुछ खामियां नजर आयी, सामान की पूरी जानकारी सदन में रखनी चाहिए, जहां तक संपत्ति किराये व लीज की बात है, उस पर पहले बैठक में प्रस्ताव पास कर दिया था लेकिन किसी से किराया नहीं लिया गया, लेकिन अब नई बाते ंसामने आ रही है उसका सर्वे किया जाय व उसके बाद किराया तय किया जाय। उन्होंने रीप पर कहा कि जिला योजना की ओर से वेव साइड एमनीटिज की बात की गई जो नगर पालिका क्षेत्र में इसकी जरूरत नहीं है, यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है। वही शिवानी भारती ने पालिका के नालों पर कब्जे का पत्र दिया गया था लेकिन आज तक इस पर कार्रवाई नहीं की गई। वहीं उन्होंने बार्लोगंज डिस्पेसरी की बात उठायी जिसमें न चिकित्सक है और न ही वहां रखे गये कर्मचारियों को कोई वेतन 11 माह से नहीं दिया गया, जबकि पिछली बोर्ड के माध्यम से उन्हें रखा गया था लेकिन कहीं भी इसका जिक्र नहीं है। –