काशीपुर। फोरलेन किनारे गोवंशीय पशु के अवशेष डालने पर भाजपा, हिजामं कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। फोरलेन किनारे धरना देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। इस बीच हिजामं एवं भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने अवशेषों को आरोपियों के घर या जमीन में देंकने की बात कही तो एसपी गुस्सा गए। उन्होंने ऐसा करने से मना किया तो कार्यकर्ता उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसको लेकर पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच धक्कामुक्की शुरू हो गई। देर शाम को दोनों पक्षों के बीच मामला निपट गया। सोमवार को फोरलेन किनारे युवा दौड़ लगा रहे थे। इसी बीच एक ई रिक्शा चालक पशुओं के अवशेष फोरलेन के किनारे डालने लगा। युवाओं ने रिक्शा चालक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। साथ ही भाजपा नेताओं को घटना की जानकारी दी। सूचना पर पूर्व विधायक ड़ शैलेंद्र मोहन सिंघल, भाजपाईयों संग मौके पर पहुंच गए और धरना शुरू कर दिया। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता भी मौके पर आ गए। इसके बाद भाजयुमो व हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता अवशेष स्थल पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। एसपी काशीपुर चंद्रमोहन सिंह, सीओ वीर सिंह समेत आसपास के थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। धरने पर बैठे पूर्व विधायक ने बताया कि राजमार्ग के किनारे महीनों से अवशेष डाले जा रहे हैं। जिनमें प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष भी हैं। मिले अवशेषों में एक मृत पशु का बच्चा है। प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कोतवाल का सरकारी नंबर बंद रहता है। कानून व्यवस्था भंग हो चुकी है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसपी के कार्रवाई के आश्वासन पर पूर्व विधायक कार्यकर्ताओं संग धरने से उठ गए। इस बीच हंगामा कर रहे युवा मोर्चा, हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक हो गई। कार्यकर्ता अवशेषों को आरोपियों के घर अथवा जमीन में दबाने की मांग करने लगे। इस बीच कार्यकर्ता ने एसपी का नाम लेकर नारेबाजी कर दी। इससे पुलिस कर्मी भड़क गए और भाजयुमो नेता शीतल जोशी के साथ धक्कामुक्की हो गई। धक्का मुक्की में एक कार्यकर्ता मुकेश की शर्ट फट गई। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए मौके पर ही धरना शुरू कर दिया। पुलिस ने अवशेषों को नगर पालिका की भूमि में दबा दिया। देर शाम भाजपा के कुछ नेताओं ने मध्यस्थता कर मामले को निपटाया।
मीट की दुकानों का सत्यापन कराया जाएगा। बिना लाइसेंस के खुली दुकानों को बंद कराया जाएगा। – सीमा विश्वकर्मा, एसडीएम जसपुर।