आंगनबाड़ी केंद्र बनेगें आकर्षक, किशोरियों को दिया जायेगा आत्मरक्षा प्रशिक्षण
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जिलाधिकारी ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित केंद्र व राज्य पोषित योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्रों को आकर्षक बनाने के साथ ही जहां बिजली नहीं है, वहां सौर ऊर्जा का प्रयोग करने, भवनों की दीवारों पर बच्चों की शिक्षा और मनोरंजन के लिये आकर्षक पेंटिंग कराने को कहा। कहा कि नए केंद्रों के निर्माण में 3-डी डिजाइन का प्रयोग किया जाए। डीएम ने जिले में 237 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य जल्द पूरा करते हुए प्रथम चरण में 60 आंगनबाड़ी केंद्रों को उत्कृष्ट बनाने के निर्देश भी अफसरों को दिए। कहा कि भविष्य में सभी केंद्रों में इसे विस्तारित किया जाएगा।
गुरुवार को जिला सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के अभिभावकों के साथ नियमित रूप से बैठक हो। उन्होंने किशोरियों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिलवाने के निर्देश भी दिए। कहा कि कोई भी आंगनबाड़ी केंद्र बंद न रहें। इसके लिये नजदीकी केंद्र से संचालन की व्यवस्था बनाई जाए। गर्भवती महिलाओं के आंकड़ों पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि बाल विकास विभाग स्वास्थ्य विभाग के साथ समंवय से आंकड़े संकलित कर लाभार्थियों का संयोजन करे। जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केद्रों में मनोरंजक पाठ्यक्रम बनाने के निर्देश अफसरों को दिए। कहा कि हर आंगनबाड़ी केंद्र में माह में एक दिन प्रतिभा दिवस मनाया जाए, जिससे बच्चों की प्रतिभा को पहचाना जा सके तथा उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया जा सके। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र थपलियाल ने बताया कि कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को पोषित श्रेणी में लाने के लिये जिले में फ्योंली कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें विभिन्न विभागीय अफसरों द्वारा कुपोषित और अतिकुपोषित को गोद लिया गया है। बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी जयहरीखाल महबूब खान, कोट अंजू चमोली, पौड़ी आशा रावत, यमकेश्वर अंजू गौड़, पाबौ चंद्रकांता काला, एकेश्वर हेमंती रावत आदि मौजूद रहे।