उत्तराखंड में राज्य आंदोलनकारी विरोधी है सरकार: धीरेंद्र
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। पूर्व राज्य मंत्री व कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य आंदोलनकारी विरोधी है। राज्य आंदोलनकारियों को अपमानित किया जा रहा है। राज्य में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार चरम पर है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की छवि पूरे देश में सबसे खराब बताई गई है। भाजपा को तुरंत मुख्यमंत्री को बदल देना चाहिए।
मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने पौड़ी पहुंचकर चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों के धरना प्रदर्शन को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि जो वास्तविक रूप से राज्य आंदोलन में हिस्सा रहे हैं उन्हें चिन्हित किया जाना चाहिए। फर्जी तरीके से चिन्हिकरण की मांग करने वाले आंदोलनकारियों के पक्ष में वह स्वयं भी नहीं हैं। चिन्हीकरण में विवाद की जांच की जानी चाहिए। जांच में जो भी दोषी पाया जाए उनके खिलाफ कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 11 हजार राज्य आंदोलनकारी चिन्हित हो चुके हैं। लेकिन वर्तमान सरकार विगत सवा चार वर्षों में आंदोलनकारी प्रमाण पत्र जारी नहीं कर पाई है। आगामी विधानसभा सत्र में राज्य आंदोलनकारी गैरसैंण पहुंच अपनी आवाज उठाएंगे। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रदेश सचिव सरिता नेगी, जिलाध्यक्ष कामेश्वर राणा, युद्धवीर सिंह रावत, मनमोहन असवाल, रेखा भंडारी, गौरव सागर आदि मौजूद थे।
अभिमन्यु आंदोलनकारियों का कभी नहीं किया समर्थन
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि अभिमन्यु आंदोलनकारियों का उन्होंने कभी समर्थन नहीं किया। उन्होंने कहा कि कई मामले ऐसे आए हैं कि जो आंदोलन के समय अपनी माता के गर्भ में थे। उन्हें भी चिन्हित किया गया है। ऐसे अभिमन्यु आंदोलनकारियों के कभी समर्थन में नहीं रहे। आंदोलन में माँ की ही भूमिका रही है तो माँ ही आंदोलनकारी मानी जाएगी। उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को आंदोलनकारी की संज्ञा नहीं दी जा सकती।