उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन ने एस्मा लगाने का विरोध किया
देहरादून। उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन ने पदोन्नति में शिथिलता की समय सीमा को एक साल तक बढ़ाने की मांग की है। संगठन ने हड़ताल पर रोक के लिए लगाए गए एस्मा कानून का भी विरोध किया है। संगठन के अध्यक्ष आरएस ऐरी और महामंत्री अशोक राज उनियाल ने संयुक्त बयान जारी करते हुए, कैबिनेट द्वारा कार्मिकों को प्रोन्नति में शिथिलता प्रदान किए जाने के निर्णय का स्वागत किया है। साथ ही कहा है कि उक्त सुविधा आगामी 30 जून तक ही प्रदान की गई है, जबकि अब जल्द ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पदोन्नति प्रक्रिया रुक जाएगी। इस कारण सीमित कार्मिकों को ही शिथिलता का लाभ मिल पाएगा, इस कारण कार्मिकों को अधिकतम लाभ देने के लिए शिथिलता की समय सीमा को एक वर्ष तक बढ़ाई जानी चाहिए। संगठन ने कहा है कि दिसंबर माह के अंत तक भी सरकार ने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता नहीं प्रदान किया है, जुलाई में देय होने के बावजूद अब तक शासनादेश न होने से कर्मचारियों के प्रति उपेक्षा का भाव जाहिर होता है, इससे कर्मचारियों में आक्रोश पनप रहा है। संगठन ने हड़ताल पर रोक के लिए प्रदेश में एस्मा लागू किए जाने का भी विरोध किया है, कहा गया है कि कर्मचारी अपनी न्यायोचित मांग उठा रहे हैं, एस्मा लगाने से उनके न्यायोचित अधिकारों का हनन होता है। इसलिए एस्मा का आदेश तत्काल वापस लिया जाए।