उत्तराखंड बोर्ड 10वीं की परीक्षा निरस्त और 12वीं की स्थगित
देहरादून। उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (क्चस्श्व) ने कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण की भयावहता के कारण 4 मई 2021 से शुरू होने वाली हाईस्कूल (कक्षा 10) की परीक्षा निरस्त करने के साथ, इंटरमीडिएट (कक्षा 12) की परीक्षा स्थगित कर दी हैं। रविवार सुबह शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अपने फेसबुक एकाउंट पर यह जानकारी साझा की। साथ ही, उन्होंने इस सम्बन्ध में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम को आदेश निर्गत करने के लिए कहा।
बोर्ड ने पूर्व में परीक्षाओं के लिए 04 मई की तिथि निश्चित की थी। जिसमें हाईस्कूल में 01.48 लाख और इंटर मीडिएट में 01.22 लाख छात्र-छात्र शामिल होना है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने भी 10वीं की परीखा रद्द करने का फैसला किया है। इंटर की परीक्षा स्थगित की गई है। इंटर की परीक्षा की तिथियां बाद में घोषित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि 10वीं के छात्र जिन्हें लगता है कि बिना परीक्षा के उनका रिजल्ट अच्छा नहीं होगा उन्हें इंटर परीक्षा के साथ ही पेपर देने का मौका दिया जाएगा।
यूओयू की 26 अप्रैल से आयोजित होने वाली परीक्षाएं भी हुई स्थगित
देहरादून। उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण ने शासन-प्रशासन के साथ ही आम आदमी की परेशानी बढ़ा दी है। बढ़ते कोरोना संक्रमण का प्रभाव एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था पर पड़ा है। प्रदेशभर में जहां शिक्षण संस्थान बंद हो रहे हैं, वहीं परीक्षाएं भी स्थगित करनी पड रही हैं। अब उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने भी शीतकालीन सत्र से संबंधित सेमेस्टर पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं को अग्रिम आदेशों तक स्थगित कर दिया है। यह परीक्षाएं 26 अप्रैल से आयोजित की जानी थी, लेकिन कोविड-19 के कारण विश्वविद्यालय द्वारा असामान्य विषम परिस्थितियों को देखते हुए इन्हें स्थगित करने का फैसला लिया है। बता दें कि कुमाऊं विश्वविद्यालय, श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय भी बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सेमेस्टर परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला ले चुके हैं। वहीं सरकर प्रदेश के मैदानी जिलों में उच्च शिक्षण संस्थान 30 अप्रैल तक बंद करने के आदेश दे चुकी है। उच्च शिक्षण संस्थान बंद होने के चलते ही परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं, क्योंकि अधिकांश कॉलेज परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। उत्तराखंड में बोर्ड परीक्षा की कक्षाओं को छोड़कर सभी स्कूल बंद हैं। हालांकि सरकार ने अभी तक बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कोई फैसला भी नहीं लिया है। कोरोना संक्रमण अगर इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो सरकार बोर्ड परीक्षाओं को भी स्थगित करने का फैसला ले सकती है। साथ ही एक बार फिर प्रदेश में सभी स्कूल बंद हो सकते