उत्तराखंड में आठ माह बाद खुले से उच्च शिक्षण संस्थान
देहरादून। कोरोनाकाल के दौरान बंद हुए उत्तराखंड में आज से उच्च शिक्षण संस्थान आठ माह बाद खुल गए हैं। पहले दिन प्रथम वर्ष के छात्रों में कुछ ज्यादा जोश देखने को मिला। ऐसे छात्रों का तो माध्यमिक की द्द1 पढ़ाई के बाद कालेज का पहला दिन था। इस कारण उनमें अधिक जोश देखने को मिला। डीएवी कालेज में तो पहले दिन एक हजार से अधिक छात्र पहुंचे। इस दौरान गेट पर उनकी थर्मल स्क्रिनिंग करने के बाद ही कॉलेज में प्रवेश करने दिया। वहीं, अधिकांश छात्र अभिभावकों से अनुमति पत्र नहीं लाए थे। आज से यहां प्रेक्टिकल वाले विषयों पर शिक्षण कार्य शुरू नहीं हुआ, तो उन्हें गेट में प्रवेश करने दिया गया। साथ ही स्पष्ट चेतावनी दी गई कि कल से बगैर अनुमति पत्र वाले छात्रों को कॉलेज में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा।
इन दिनों प्रदेश के 18 अशासकीय महाविद्यायों के शिक्षक व कर्मचारी कालेजों में प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में कॉलेज कैंपस में काफी दिनों बाद छात्रों और शिक्षकों की मौजूदगी से रौनक सी रही। चाहे डीएवी पीजी कॉलेज हो, या फिर एसजीआरआर कॉलेज। यहां शिक्षकों ने एक घंटे मांगों के समर्थन में प्रदर्शन भी किया।
शिक्षकों की मांग है कि महाविद्यालयों में अनुदान की व्यवस्था पूर्व की भांति करने की जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य विश्वविद्यालय विधेयक, 2020 में वर्तमान में लागू उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के कुछ महत्वपूर्ण प्रायोजन शामिल नहीं किए जाने से शिक्षको और कर्मचारियों को वेतन भुगतान की समस्या से जूझना पड़ रहा है। डीएवी पीजी कालेज में तो कालेज गेट के समक्ष किए गए शिक्षकों के प्रदर्शन में छात्र नेता भी शामिल हुए। उन्होंने भी शिक्षकों की मांग के समर्थन में नारे लगाए।
डीएवी पीजी कॉलेज के प्रोक्टर बोर्ड के सदस्य जेवीएस रौथाण ने बताया कि बीएससी, एमएससी, के साथ ही बीए, एमए के प्रेक्टिकल वाले विषयों की आफलाइन क्लास होगी। बाकी छात्र घर से ही आनलाइन पढ़ेंगे। आज पहले दिन उन छात्रों ने ज्यादा दिलचस्पी दिखाई, जो पहली बार कॉलेज आ रहे हैं। इसमें बीए, बीएससी प्रथम वर्ष के छात्र थे। बीकाम के छात्रों की आनलाइन पढ़ाई हो रही है। वहीं, द्वितीय वर्ष आदि में प्रवेश प्रक्रिया भी चल रही है। फिर भी पहले दिन करीब एक हजार से अधिक छात्र कॉलेज पहुंचे। कल से नियमित पढ़ाई शुरू हो जाएगी। वहीं, श्रीगुरु राम राय डिग्री कॉलेज के चीफ प्रोक्टर डॉ. एचवी पंत ने बताया कि बीएससी में छह से बीस फीसद और एमएससी में 40 से 50 फीसद छात्र कॉलेज पहुंचे। कॉलेज में प्रेक्टिकल की पढ़ाई शुरू हो गई है।
वहीं, कुमाऊं के भी विद्यालयों में भी प्रेक्टिकल के विषयों की पढ़ाई शुरू हो गई। काफी संख्या में छात्र बगैर अनुमति पत्र के पहुंचे तो उन्हें वापस लौटा दिया गया और अभिभावकों से अनुमति लाने को कहा गया। पहले दिन अधिकांश कालेजों में छात्रों की उपस्थिति कम रही। शिक्षकों का कहना है कि कुछ एक दिन में आफलाइन वाले छात्र आना शुरू कर देंगे।