उत्तराखंड राज्य आंदोलन की प्रथम जेल सत्याग्रही सुमन लता भदोला को दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप समेत राज्य के तमाम प्रमुख नेताओं ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन की प्रथम जेल सत्याग्रही स्वर्गीय श्रीमती सुमन लता भदोला को उनकी चौदहवी पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। कांग्रेस महासचिव संगठन विजय सारस्वत और उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने श्रीमती सुमन लता भदोला के उत्तराखंड निर्माण आंदोलन में ऐतिहासिक योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि श्रीमती सुमन लता भदोला ने उस जमाने में उत्तराखंड राज्य की लड़ाई को बढ़-चढ़कर आगे बढ़ाया था जिस वक्त चंद लोग ही उत्तराखंड का उत्तर प्रदेश से विभाजन करके एक नए राज्य की परिकल्पना किया करते थे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह श्रीमती सुमन लता भदोला जैसे नेताओं का ही संकल्प और संघर्ष था कि 8 दिसंबर 1978 को वह 71 अपने साथियों के साथ इनमें 19 महिलाएं भी थी दिल्ली की तिहाड़ जेल गई और उत्तराखंड राज्य के आंदोलन के संघर्ष का एक नया इतिहास लिखा। उन्होंने करीब 40 साल तक उत्तराखंड राज्य आंदोलन का अपने स्वर्गीय पति एससी शर्मा के साथ नेतृत्व किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि श्रीमती सुमन लता भदोला को पिछले 20 साल में उत्तराखंड राज्य बनने के बाद अभी वह सम्मानजनक स्थान नहीं मिला है जिसकी वह हकदार है। उन्होंने कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी जब वे विपक्ष में थी और उत्तराखंड की आवाज बुलंद किया करती थी उनके सहयोगी रहे। धीरेंद्र प्रताप और विजय सारस्वत ने उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी स्मृति में देहरादून और गैरसैण में विशिष्ट संस्थान या भवन का नाम उनके नाम पर किए जाने और उन जैसे नेताओं के इतिहास लिखे जाने हेतु उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन पर राज्य सरकार द्वारा राज्य आंदोलनकारियों के योगदान पर आधारित एक पुस्तिका भी प्रकाशित किए जाने जाने की मांग की है ।